नोएडा न्यूज़: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बहलोलपुर स्थित कपड़े रंगने वाली 16 फैक्टरियों को बंद करा दिया. फैक्टरियों से निकलने वाले रसायन युक्त पानी को बिना ट्रिट किए हिंडन में बहाया जा रहा था, जिसकी शिकायत जिलाधिकारी मनीष वर्मा से दो दिन पहले की गई थी. इसके बाद यह कार्रवाई की गई.
हिंडन नदी में दो दिन पहले लाल रंग का केमिकल युक्त पानी बहाए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो फुटेज को पर्यावरणविद् विक्रांत तोंगड़ और सोनू यादव ने ट्वीट किया. साथ ही, इसकी शिकायत जिलाधिकारी से भी की. शिकायत मिलने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और बिजली निगम की टीम सुबह पांच बजे फैक्टरियों को बंद कराने पहुंचीं. फैक्टरियों के बिजली कनेक्शन काटने के साथ ही उनको बंद करा दिया गया.
एक दिन पहले रात को भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और बिजली निगम की संयुक्त टीम कार्रवाई के लिए गई थी, लेकिन बारिश के कारण उन्हें लौटना पड़ा था.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि डीएम वार रूम के व्हाट्सएप ग्रुप पर इसकी शिकायत मिली थी, जिसके बाद बिजली निगम के साथ मिलकर कार्रवाई की गई है. आगे की कार्रवाई के लिए प्राधिकरण को पत्र लिखा गया है. हिंडन नदी के आसपास कई अन्य स्थानों का भी निरीक्षण किया जाएगा. ऐसी गतिविधियां मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.
कपड़े रंगने में खतरनाक रसायन का इस्तेमाल कपड़ों के रंगने में खतरनाक रसायन का इस्तेमाल होता है. बंद कराई गई फैक्टरियों से भी सोडियम क्लोराइड, सोडियम सल्फेट, सोडियम कार्बोनेट सहित कई खतरनाक रसायन को हिंडन में बहाया जा रहा था. इन रसायन को सीधा नदी में बहा देने से पानी जहरीला होने का खतरा है. इन रसायन के संपर्क में आने से त्वचा की एलर्जी, त्वचा का कैंसर, आंखों में जलन, सहित कई अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.