सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के बैंक खाते पर भी जालसाजों की नजर लग गई है। सोनभद्र जिले के नगवां ब्लाक के पनिकप कला स्थित इंडियन बैंक की शाखा में जमा 30 से अधिक लाभार्थियों के खाते से फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपये निकाल लिए गए हैं। मामला उजागर होने पर खाताधारकों और बैंक प्रबंधन में खलबली मच गई है।
किसान नेता चंद्रशेखर पांडेय की शिकायत पर पुलिस ने रायपुर थाने में बैंक के शाखा प्रबंधक, सहायक प्रबंधक और कैशियर के खिलाफ जालसाजी के आरोपों में केस दर्ज कर लिया है। मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। चंद्रशेखर पांडेय ने पुलिस को दी तहरीर में अवगत कराया है कि नगवां ब्लॉक के नगवां, मांची, देवहार, तेंदूडाही, सियरिया, कोदई आदि गांवों के गरीबों, किसानों और मजदूरों के खाते में आई सरकारी मदद की धनराशि बिना विड्रॉल के ही निकाल ली गई।
आरोप लगाया गया है कि यह धनराशि तत्कालीन बैंक प्रबंधक राकेश कुमार रंजन, सहायक प्रबंधक रोहित कुमार, कैशियर विनोद कुमार चौरसिया की साजिश एवं मिलीभगत से निकाली गई है। अभी भी बगैर विड्रॉल गरीबों के खातों में आने वाली सरकारी मदद की राशि को निकालने का क्रम बना हुआ है।
तहरीर में बताया गया है कि इस मसले को लेकर बैंक अधिकारियों के साथ ही लीड बैंक प्रबंधक तक गुहार लगाई गई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। तब मामले की तहरीर पुलिस को दी गई। उधर रायपुर पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले में बैंक प्रबंधक राकेश कुमार रंजन, सहायक प्रबंधक रोहित कुमार, कैशियर विनोद कुमार चौरसिया के खिलाफ गबन, धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
शाखा प्रबंधक ने कराया ट्रांसफर
रायपुर एसओ पुण्य प्रसून श्रीवास्तव ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। जांच में स्थिति साफ होगी। बैंक प्रबंधन ने भी पनिकप कला के शाखा प्रबंधक राजीव रंजन का दूसरी शाखा में स्थानांतरण कर दिया है। अब उनकी जगह मनीष कुमार ने पनिकप शाखा की जिम्मेदारी संभाली है।
उधर, बैंक प्रबंधक मनीष कुमार का कहना था कि बैंक स्तर पर कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। न ही बैंक काउंटर से बगैर विड्रॉल किसी पैसे की निकासी हुई है। जो भी गड़बड़ी हुई है, बाहर हुई है। बैंक से उसका कोई लेना-देना नहीं है।