Kushinagar: राम और भरत के मिलन का प्रसंग भाव, विभोर हुए श्रोता

Update: 2024-09-13 11:03 GMT
Kushinagar राजापाकड़/कुशीनगर: विकास खंड दूदही के ग्राम पंचायत विजयपुर उत्तर पट्टी पश्चिम टोला ब्रह्मस्थान पर आयोजित राम कथा के सातवें दिन वृहस्पतिवार को पं प्रशान्त जी महाराज ने राम कथा के माध्यम से श्री राम को प्रयाग राज में भारद्वाज ऋषि के आश्रम पर आकर दण्डवत प्रणाम कर पुनः उनसे आगे का मार्ग पुछने वाल्मीकी आश्रम का रास्ता बताना,फिर पहुंच कर उनके कहने पर की प्रभु आप चित्रकुट में जाकर निवास करे फिर वहा पहुचने पर कोल भीलों ने काफी प्रसन्नता व्यक्त की तथा उन्हें हर तरह सहयोग करने का बचन देना,उधर सुमन्त के वापसी के बाद दशरथ का मरण,भरथ का अपने प्रजा के साथ चित्रकुट जाकर राम को मनाना,खङाऊं सर पर लाकर सिंहासन पर रख कर नन्दी ग्राम में तपस्या करना सीता माता को अनसुईया का उपदेश
,पुनः भगवान
राम का पंचवटी पंहुचना तथा रावण द्वारा माता का हरण करने जैसे मार्मिक प्रसंग को सुनाकर पुरा माहौल भाव विह्वल हो गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मो इलियास अंसारी ने व्यास पीठ पुजन कर किया ,कथा को आगे बढाते कथावाचक ने कहा की जीव को भगवान के प्रति आस्था हो जाय यही राम कथा का परिणाम है क्योकि जब मनुष्य कीसी अच्छे पुण्य कार्य में हाथ बढाता है, माया आकर रोक देता है कथा के माध्यम से माया को खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन प्रभाव को कम किया जा सकता है उनका एक ही मर्यादित आचरण है जिसे अपना हम अपने जीवन शैली को सुधार कर आने वाली पीढ़ी को भी संस्कार डालकर जागरूक किया जा सकता है। इस अवसर पर वैदिक धीरज, यजमान रामनरेश गुप्ता, सुधीर शुक्ला,संतोष, गोकुल, संतोष दास, मणिशंकर मिश्रा, डॉ शम्भुनाथ मिश्रा,दुर्गेश मिश्रा, राकेश, नवेन्दु,शिवम, उत्कर्ष, अतुल, अभिराम, अवधेश, हरिवंश के अलावा काफी संख्या मे श्रोता गण उपस्थित रहे।
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