Kushinagar:राजापाकड़। कुशीनगर: विकास खंड दुदही के ग्राम पंचायत विजयपुर उत्तर पट्टी पश्चिम टोला में राधाष्टमी के अवसर पर हो रहे श्रीराम कथा के पंचम दिवस सोमवार को अयोध्या से पधारे पं प्रशान्त जी महाराज ने राम के जीवन चरित्र से जुङे विभिन्न पहलुओं जैसे मारीच, सुबाहु बध कर विश्वामित्र के यज्ञ को सफल बनाना, इनको लेकर जनकपुर जाना, जनक जी महाराज के निर्मित भवन सुन्दर सदन में ठहरना, फुलवारी में राम लक्ष्मण को पुष्प लेने जाना, धनुष यज्ञ प्रतिज्ञा के अनुसार बड़े बड़े राजाओं को अपमानित होना ,लक्ष्मण का क्रोधित होकर पुरा बम्हाणड उठाए जाने की बात करना, राम द्वारा धनुष तोडना राम को सीता माता द्वारा बरमाला पहनाना जैसे कथा के माध्यम से लोगों का मन मोह लिया बीच बीच में धनुष यज्ञ की दिव्य झाकियों का भी प्रदर्शन काफी लोकप्रिय लगा। कथा का शुभारंभ डा हरिकेश कुशवाह व ग्राम प्रधान ठाढ़ीभार जयप्रकाश यादव ने व्यास पीठ का पुजन किया।
कथा को आगे बढ़ाते हुए कथा वाचक ने उक्त सभी कार्यक्रमो में नाम और गुण के महता को बताते हुए। कहा भगवान राम ने हर दृष्टिकोण से अपने मर्यादा का ख्याल रखकर कर ही लीला की है ,जैसे सुबह उठकर माता पिता गुरू को प्रणाम करना, सबसे बाद में सोना तथा सबसे पहले जगना, सबको आदर करना, दया का भाव रखकर रक्षा करना उनके महानता में शुमार था उनके जीवन में कई घटनायें ऐसी धटी जो क्षण मात्र में निपटारा कर देते लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया मानव जीवन के कल्याण हेतु बहुत कष्ट झेलकर लोक कल्याण का मार्ग प्रशस्त रखा। उन्होंने कहा की आप अपने बच्चों का नामकरण श्रेष्ठ जनों से रखवाएं। तथा स्वनिर्मित भवनों पर भी धर्म के आधार पर नामकरण करवाएं। फोन पर भी हेलो के जगह पर राम-राम या राधे-राधे का प्रयोग करे। ये सब चीजे आप के जीवन में सार्थकता के साथ सहायक सिद्ध होगी इस अवसर पर वैदिक धीरज, यजमान नरेश गुप्ता, सुधीर शुक्ला, संतोष, गोकुल, संतोष दास, मणिशंकर मिश्रा,दुर्गेश मिश्रा, राकेश पाण्डेय, उत्कर्ष, रोहन पाण्डेय, शिवम पाण्डेय, ब्रजेश मिश्रा,हरिवंश मिश्रा,जसवीर सिंह के अलावा काफी संख्या मे श्रोता गण उपस्थित रहे।