कासगंज : नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले संघ कार्यकर्ता को इंस्टाग्राम पर मिली धमकियां, मामला दर्ज
नूपुर शर्मा का समर्थन
कासगंज. नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर-ए-इस्लाम यानी मोहम्मद साहब के खिलाफ की गई टिप्पणी के बाद अभी भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. राजस्थान के उदयपुर में नुपूर शर्मा के बयान का समर्थन करने वाले टेलर की हत्या कर दी गई. अब उत्तर प्रदेश के कासगंज में संघ कार्यकर्ता को धमकी दी है. बता दें कि संघ कार्यकर्ता ने नूपुर शर्मा और उनके बयान का समर्थन किया है. इस पर आरोपी ने इंस्टाग्राम पर संघ कार्यकर्ता को धमकी दी है.
भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और उनके बयान का समर्थन करने वाले कासगंज के थाना अमापुर निवासी व संघ कार्यकर्ता दुष्यंत गुप्ता को इंस्टाग्राम पर धमकी मिली है. आरोपी समीर नामक युवक ने संघ कार्यकर्ता दुष्यंत गुप्ता को जमीन में दफनाने की धमकी दी है. दुष्यंत गुप्ता ने थाने में तहरीर दी है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.आरएसएस कार्यकर्ता ने बताया कि धमकी मुस्लिम समुदाय के युवकों द्वारा दी गई है. धमकी मिलने के बाद आरएसएस कार्यकर्ताओं में अक्रोश का माहौल है.
मिली जानकारी के मुताबिक, अमांपुर कस्बे के गांधीनगर मोहल्ला निवासी आरएसएस कार्यकर्ता दुष्यंत गुप्ता पुत्र कौशल किशोर गुप्ता की कुछ दिन पहले ही कस्बे के रहने वाले समीर सिद्धकी पुत्र जाबिर सिद्दीकी और राशिद पुत्र जाकिर भुर्जी के साथ नूपुर शर्मा मामले को लेकर बहस हुई थी, जिसमें दुष्यंत गुप्ता ने नूपुर शर्मा का समर्थन किया था. 25 जुलाई को समीर सिद्दीकी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से स्वयं के साथ अपने दोस्त राशिद की फोटो शेयर करते हुए लिखा दुष्यंत खुली धमकी जिंदा दफनाया जाएगा हालांकि कुछ देर बाद धमकी भरा मैसेज डिलीट कर दिया गया लेकिन इसी बीच दुष्यंत ने उस पोस्ट का स्क्रीनशॉट ले लिया और पूरे मामले की शिकायत अमापुर कोतवाली पुलिस से की.
उदयपुर में काट दी थी गर्दन
राजस्थान में उदयपुर शहर के धानमंडी इलाके के भूत महल क्षेत्र निवासी कन्हैयालाल टेलरिंग की दुकान चलाता है. 28 जून 2022 को वह अपने साथियों के साथ दुकान पर काम कर रहा था. इस दौरान अचानक से दुकान में घुसे गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार नाम के दो मुस्लिम युवकों ने गड़ासे से उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी गर्दन कटकर अलग हो गई. हमले के दौरान बीच.बचाव करने आया उसका साथी ईश्वर सिंह भी गंभीर रूप से हो गया है. उसे इलाज के लिए शहर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद से ही न सिर्फ उदयपुर में बल्कि पूरे राजस्थान में गहलोत सरकार ने हाई एलर्ट जारी करते हुए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया था.