Kasganjकासगंज, अमृत विचार। पटियाली तहसील के गांव बरोना में एक बार फिर मां गंगा का रौद्र रूप देखने को मिला है। जलस्तर की बढ़ोतरी से गंगा में उफान बढ़ने पर साढ़े तीन करोड़ की लागत सें बनाया गया जियो बैग बांध पहले ही कटान में कागज की नाव की तरह डूबता नजर आ रहा है। नए बांध के 9 जियो बैग्स कटान से पानी में समा गए।
बरोना मे गत वर्ष बाढ़ में हुई तबाही के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांव का दौरा कर हालात का जायजा लिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ के दौरान गांव की आबादी किनारे कटान रोकने को बांध बनाने की योजना बनाई गई थी। जिसके बाद साढ़े तीन करोड की लागत से गंगा की धार से होने वाले कटान को रोकने के लिए गांव की उत्तर दिशा में पुराने बांध के आगे किनारे-किनारे 105 जियो बैग्स युक्त नया बांध बनाया गया था।
जो कि गंगा रौद्र रूप के आगे दो दिन भी नहीं टिक सका। बांध के 9 जियो बैग्स कटान के चलते पानी में समा गए और बाढ़ का पानी गांव की आबादी के पास पहुंच कर कटान करने लगा। जिससे प्रशासन का बाढ़ बचाव का पूरा प्रबंधन धरा का धरा रह गया है। वहीं गंगा का रौद्र रूप देखकर इलाकाई लोग दहशत में हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारी रात्रि में गांव में कैंपिंग कर कटान रोकने को बचाव कार्य करवाने में जुटे हुए हैं। साथ ही आबादी किनारे रेत की बोरी लगाकर कटान रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
बांध की गुणवत्ता पर उठे सवाल
बरोना में वर्तमान वर्ष ही कटान रोकने के लिए निर्माण कराया गया बांध बाढ़ के पहले ही पानी में समाने की कगार पर है। नए बांध की यह स्थिति खुद ही इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठा रही है। करोड़ों रुपये की लागत से बने बांध के निर्माण में हुई गड़बड़ी को लेकर सपा प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी और ग्रामीण ने इसे भ्रष्ट्राचार कर मानक के विरुद्ध बनाए जाने के आरोप लगाए गए हैं। बांध के निर्माण में ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरतने की बात कही गई थी। अब यह बांध खुद इस भ्रष्टाचार की कहानी बयां करता नजर आ रहा है। क्योंकि इसके कई जिओ बैग्स कटान में क्षतिग्रस्त हो पानी में समा चुके हैं।
निगरानी को बनाई गईं 9 बाढ़ चौकियां
प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में निगरानी के लिए 9 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। जिनमें जूनियर हाई कॉलेज, बाजपुर, प्राथमिक पाठशाला देवकली, प्राथामिक पाठशाला काली गढैया, उच्च प्राथमिक पाठशाला कागज पुख्ता, अमर सिंह शास्त्री इंटर कालेज विजय नगर नरदौली पुख्ता, प्रेमादवी करन सिंह इंटर कालेज गढ़िया, नजरा सनोडी खास, जूनियर हाईस्कूल सिकन्दरपुर वैश्य, प्राथमिक पाठशाला नंगला डम्बर, नजरा नाली, फतुआबाद, नगला दुर्ग शामिल हैं। इन चौकियों पर 9 ग्राम सचिवों और 9 रोजगार सेवकों की ड्यूटी लगाई गई है। जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में निगरानी रखेंगे और क्षेत्र मे बाढ़ से संबंधित सूचना प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे।
मिहोला गांव में कटा कच्चा बंधा, कराया ठीक
गंजडुंडवारा गंगा में जलस्तर बढ़ने एवं कटान के चलते कादरगंज से नरदौली तक बना कच्चा बांध कादरगंज और मिहौला गांव के बीच लगभग एक से डेढ़ मीटर के दायरे में कट गया। मिहौला गांव के प्रधान प्रतिनिधि जसवीर सिंह तत्परता दिखाते हुए मनरेगा मजदूरों से बांध को सही कराया। बंधा कटने से लगभग 40 बीघा की फसल जलमग्न हो गई। वहीं कादरगंज गंगा पुल के पूर्व दिशा में जगमई के पास कच्चे बंधे के नीचे से तेजी से पानी निकलने लगा। जिसे सिचांई विभाग ने सही करा दिया। दोनों जगह बांध से पानी रूकने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
बरोना में बाढ के दौरान कटान रोकने को बनाए गए नए बांध में लगे 9 जिओं बैग्स पानी मे समा चुके है। लगातार कटान रोधी कार्य जारी है।