Kanpur: रेलबाजार थाना क्षेत्र में नशे में धुत चालक ने घंटाघर पुल पर सवारियों से भरी टेंपो पलट दी। हादसे में महिला की दबकर मौत हो गई, जबकि उसके साथ बैठी चार सवारियां आंशिक रूप से घायल हो गईं। टेंपो पलटने से अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान साथ बैठा बेटा मां को बाहर निकालने का प्रयास करता रहा। इसके बाद वहां भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और टेंपो को सीधा कराया। मृतका के बेटे का आरोप है कि उसने एंबुलेंस को फोन किया लेकिन एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं आई। इसके बाद उसे ऑटो से अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
नरवल निवासी मुन्ना प्राइवेट काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। परिवार में उसकी 45 वर्षीय पत्नी शफीकुन है। उसके बेटे अकील, सलमान, मुस्तकीम, राजा, अल्फाज और बेटी शहनाज हैं। वहां से वह उसके साथ ट्रेन से बुधवार सुबह छह बजे कानपुर सेंट्रल लौटी। घंटाघर चौराहे से दोनों को अन्य सवारियों के साथ टेंपो में बैठाकर जैसे ही नशे में धुत चालक घंटाघर पुल स्थित हनुमान मंदिर के पास पहुंचा, टेंपो अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में गेट के पास बैठी शफीकुन दब गई। अन्य सवारियों में चीख-पुकार मच गई। इस दौरान आसपास के लोग दौड़े और किसी तरह टेंपो सीधा कराया।
हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य चार सवारियां घायल हो गईं। वे भी इलाज के लिए निजी अस्पताल गए। इसके बाद वहां से घर चले गए। आरोप है कि हादसे के तुरंत बाद चालक फरार हो गया। शफीकुन के साथ बैठे बेटे सलमान ने बताया कि उसने लहूलुहान मां को किनारे कराया। इसके बाद 108 नंबर पर एंबुलेंस बुलाई लेकिन एक घंटे तक एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद वह मौके से ऑटो से हैलट अस्पताल पहुंचा लेकिन डॉक्टर ने बताया कि महिला की मौत हो चुकी है। इस संबंध में रेलबाजार थाना प्रभारी बहादुर सिंह ने बताया कि परिजनों की तहरीर मिलते ही चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।