Kanpur: जुआ हारने पर रची अपहरण की कहानी
पुलिस ने सुबह चाय की दुकान से दबोचा
कानपूर: जुएं में बीस हजार की रकम हारने वाले युवक ने खुद के अपहरण की कहानी गढ़कर पुलिस की नाक में दम कर दिया. पुलिस ने इस युवक को झांसी के बस स्टैंड से की सुबह चाय की दुकान से दबोच लिया.
जरिया थाना प्रभारी भरत कुमार ने बताया कि की शाम थानाक्षेत्र के वीरा गांव के रहने वाले चंद्रप्रकाश राजपूत ने पुत्र नरेश के अपहरण की सूचना देते हुए बताया कि वीरा गांव के पास बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर पुत्र को पांच अज्ञात लोग अपहरण कर ले गए हैं. उन्होंने फिरौती के तौर पर तीस हजार की मांग है. सूचना के बाद पुलिस खुलासे को लेकर सक्रिय हो गई. जांच में पता चला कि फिरौती के लिए मैसेज नरेश के मोबाइल से ही किया गया है. इसके बाद पुलिस लोकेशन को ट्रेस करने लगी. नरेश के मोबाइल की लोकेशन झांसी के नवाबाद थाना में मिल रही थी. जिस पर नवाबाद के थाना प्रभारी को भी सूचित किया गया. नरेश मोबाइल से बहनोई जयपाल को कॉल कर फिरौती की मांग करता और फिर मोबाइल को बंद कर देता. जिससे पुलिस को इस तक पहुंचने में देर लगी. सुबह नरेश की लोकेशन झांसी शहर में मिली. इसके बाद जरिया थाने की पुलिस झांसी पहुंची तो नरेश दुकान में चाय पी रहा था. जिसे पुलिस ने पकड़ लिया. पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो नरेश ने सारी सच्चाई उगल दी. उसने बताया कि वह जुएं में बीस हजार रुपए हार गया था. कर्ज की भरपाई के लिए अपहरण का ड्रामा रचा था.
पत्नी मायके से लौटी तो पति का मिला शव: 50 वर्षीय किसान अपने घर में चारपाई पर मृत पड़ा था. उसके घर से बदबू उठने पर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस की निगरानी में दरवाजा तोड़ा गया तो वह चारपाई पर मृत पड़ा था. फॉरेंसिक की जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
कस्बा जसपुरा निवासी 50 वर्षीय राममूरत सिंह की पत्नी विनीता बच्चों को लेकर हफ्तेभर पहले बरौंधा स्थित मायका गई थी. इधर तीन दिन से वह आसपास के लोगों को दिखाई नहीं दिया और उसके घर से बदबू भी आ रही थी. भतीजे अखिलेश सिंह पहुंचा. कमरा अंदर से बंद था. भतीजे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तुड़वाया. अंदर राममूरत चारपाई मृत पड़ा था. जसपुरा थाना प्रभारी मोनी निषाद ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.