कानपुर देहात आग्निकांड: सपा ने की पीड़ित परिवार को पांच करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी देने की मांग
लखनऊ: कानपुर देहात में मां-बेटी की जलकर हुई मौत के बाद उसके परिवार से मिलने जा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) प्रतिनिधिमंडल को रोके जाने की कड़ी निंदा करते हुए पार्टी के विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने बुधवार को मांग की कि परिजनों को पांच करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और दो सरकारी नौकरियां दी जायें। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी इस पीड़ित परिवार को विधानसभा में न्याय दिलाने की कोशिश करेगी।
उप्र विधानसभा का बजट सत्र 20 फरवरी से है। कानपुर से सपा के विधायक अमिताभ वाजपेयी ने मांग की कि इस मामले में कानपुर देहात की जिलाधिकारी के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। मनोज पांडेय ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि कल मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी के विधायकों का एक प्रतिनिधि मंडल कानपुर देहात परिजनों से मिलने जा रहा था लेकिन पुलिस ने उसे जाने नहीं दिया।
उन्होंने कहा,''क्या लोकतंत्र में हम किसी के दुख में शामिल नहीं हो सकते ? क्यों वे हमें संवेदना व्यक्त करने नहीं जाने दे रहे हैं? आखिर ऐसा क्या था जिसे कानपुर देहात का प्रशासन छिपा रहा था और पार्टी के प्रतिनिधि मंडल को वहां जाने से रोक रहा था ।'' उन्होंने कहा, ''कानपुर देहात की इस घटना में में केवल लेखपाल या उसके ऊपर के कुछ अधिकारी दोषी नहीं हो सकते हैं। महज 1500 रुपये पाने वाला जेसीबी बुलडोजर का ड्राइवर इसका मुख्य कर्ताधर्ता नहीं हो सकता है। इसका संचालन कहां से हो रहा है ? इसका पता लगना चाहिए ।''
सपा नेता पांडेय ने कहा, ''सरकार कहती है कि हम कानपुर के पीड़ित परिवार की मदद करेंगे । सरकार से हम जरूर चाहेंगे कि सरकार के लोग जब वहां संवेदना प्रकट करने जायें, तो पीड़ित परिवार के लिए पांच करोड़ रुपये के चेक और दो सरकारी नौकरी के कागज जरूर लेकर जायें ।'' उन्होंने कहा कि सत्ताधारी नेताओं द्वारा पीड़ित परिवार के लोगो से केवल मोबाइल पर बात कर लेने और समाचार पत्रों में केवल संवेदना प्रकट कर देने से कोई काम नहीं बनने वाला हैं । उन्होंने कहा, ''मैं फिर भी कहूंगा कि जो लोग संवेदना प्रकट कर रहें हैं ,वे चेक और दो सरकारी नौकरियों के कागज लेकर जरूर जायें।''
उन्होंने कहा कि काश यह बुलडोजर बढ़ती हुई महंगाई पर चलता, काश यह बुलडोजर बेरोजगारों को रोजगार देने में चलता, काश यह बुलडोजर किसानों की उप्र में नष्ट हो रही फसल को बचाने में चलता। वाजपेयी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कानपुर देहात की इस घटना के सिलसिले में प्राथमिकी में जिलाधिकारी और तहसीलदार का नाम भी होना चाहिए और जिलाधिकारी की गिरफतारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घटना में केवल छोटे छोटे अधिकारियों का नाम एफआईआर दर्ज की गयी है।
मनोज पांडेय ने कहा कि समाजवादी पार्टी उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और आने वाले दिनों में विधानसभा सत्र है और हम उस परिवार को न्याय दिलाने की कोशिश करेगी । गौरतलब है कि सोमवार शाम कानपुर देहात जिले के रूरा थाना इलाके के मडौली गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान सोमवार को एक अधेड़ उम्र की महिला और उसकी बेटी ने कथित तौर पर अपनी झोपड़ी में खुद को आग लगा ली, जिससे दोनों की मौत हो गयी थी।