Kanpur कानपुर : बदलते मौसम में लापरवाही हृदय और सांस के रोगियों के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो रही है। जिले में ठंड के साथ ही हार्ट अटैक से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। मेडिकल कॉलेज चालू होने के बाद भी उपचार की सुविधा न होने से सीने में दर्द से पीड़ित मरीज समय पर उचित उपचार न मिलने से दम तोड़ रहे हैं। जिले में ठंड का प्रकोप लोगों की सेहत बिगाड़ रहा है। गिरते पारे और सर्द हवाओं से बदला मौसम हृदय रोगियों और सांस के रोगियों के साथ रात में खेतों में डेरा डालने वाले किसानों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। जबकि रोजाना बड़ी संख्या में मरीज स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे हैं।
वहीं ठंड और सीने में दर्द से लगातार लोगों की मौत हो रही है। अब तक सर्दी और सीने में दर्द से पीड़ित 19 लोगों की मौत हो चुकी है। मेडिकल कॉलेज में कार्यरत फिजीशियन डॉ. आराधना का कहना है कि सर्दियों में अक्सर हृदय रोग से पीड़ित लोग एनजाइना (सीने में दर्द) की शिकायत लेकर आते हैं। इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। उनका कहना है कि शरीर के तापमान में कमी और विटामिन-डी के स्तर में गिरावट से रक्त का गाढ़ापन बढ़ने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। जबकि ठंडी हवाएं शरीर के तापमान को और कम कर देती हैं। इससे रक्तचाप बढ़ने से दिल का दौरा और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।