गाजियाबाद न्यूज़: शहर की संकरी गलियों से कूड़ा उठाने के लिए दो साल पहले खरीदे ज्यादातर ई-रिक्शा खराब हैं. निगम के गैराज में खड़े ई-रिक्शा कबाड़ में तब्दील होने लगे हैं. लापरवाही को प्रमुखता से प्रकाशित किया. इसके बाद नगरायुक्त ने खुद मौके पर जाकर इन वाहनों को जायजा लिया और अधिकारियों को तुरंत इन्हें ठीक कराने के निर्देश दिए.
नगर निगम ने लगभग दो साल पहले 150 ई-रिक्शा खरीदे थे. सभी ई-रिक्शा निगम के पांचों जोन को दिए गए. निगम ने लाखों रुपए खर्च कर ई रिक्शा इसलिए खरीदे थे ताकि संकरी गलियों से भी कूड़े का उठान हो सके. तंग गलियों में निगम के बड़े वाहन कूड़ा उठाने के लिए नहीं पहुंच पा रहे थे. ऐसे में लोग घरों के बाहर ही कूड़ा डाल रहे थे. इस कारण निगम की स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग में सुधार नहीं हो रहा था. निगम ने ई-रिक्शा खरीदने के बाद कुछ दिनों तक संकरी गलियों से कूड़े का उठान कराया. उसके बाद ज्यादातर ई-रिक्शा खराब हो गए. कर्मचारियों ने इन्हें गैराज खड़ा कर दिया. जिसके बाद यह कबाड़ में तब्दील होने लगे.
नगरायुक्त डॉ नितिन गौड़ ने विजयनगर जोनल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. वहां खड़े ई रिक्शा जोकि खराब स्थिति में खड़े थे, उसके बारे में संबंधित अधिकारी से वार्ता कर तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए गए ताकि शहर हित में उक्त वाहनों का इस्तेमाल किया जा सके.
उपस्थिति रजिस्टर जांचा:
नगरायुक्त ने विजय नगर जोन ऑफिस में उपस्थित अधिकारियों तथा कर्मचारियों की उपस्थिति का रजिस्टर की भी जांच की. इस दौरान वहां आए हुए आगंतुकों से भी वार्ता की. उन्होंने जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र पर की जा रही कार्यवाही को लेकर जोनल प्रभारी से जानी. वहीं, कार्यशैली को और अधिक बेहतर करने के निर्देश दिए.