लखनऊ में जुलाई ऑटो और टेंपो का सफर होगा महंगा, जानिए कितना बढ़ा किराया
ऑटो-टेंपो और टैक्सियों से सफर करने वालों को जल्द ही जेब हल्की करनी होगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ऑटो-टेंपो और टैक्सियों से सफर करने वालों को जल्द ही जेब हल्की करनी होगी। परिवहन विभाग आठ साल बाद यात्री किराया बढ़ाने जा रहा है। परिवहन आयुक्त की अगुवाई में किराये में बढ़ोतरी का फॉर्मला बनाने वाली समिति ने प्रदेशभर से ब्योरा जुटा लिया है। इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अफसरों की मानें तो 12-15 फीसदी किराया बढ़ने की संभावना है।
समिति की रिपोर्ट के अनुसार नए किराये की गणना पूर्व में ऑटो-टेंपो और टैक्सी का किराये, वर्तमान ईधन कीमत और मजदूरी की दरों के आधार पर की गई है। जुलाई के पहले सप्ताह में राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक में नए किराये पर मुहर लग जाएगी।
15 से महंगा हो सकता है सफर
राज्य परिवहन प्राधिकरण सचिव ममता शर्मा ने बताया कि ऑटो-टेंपो और टैक्सी का किराया बढ़ाने के लिए समिति की रिपोर्ट का परीक्षण बाकी है। इसके बाद 22 जून को एसटीए की बैठक के बाद नए किराये को मंजूरी दे दी जाएगी। ऐसे में 15 जुलाई तक ऑटो-टेंपो और टैक्सी का सफर महंगा हो सकता है।
न्यूनतम दूरी के लिए ऑटो 20, टेंपो 10 रुपये वसूल रहे
आठ साल से किराया नहीं बढ़ाने से नाराज ऑटो-टेंपो चालक ईंधन की कीमतें बढ़ने के बाद सवारियों से मनमाना किराया भी वसूल रहे हैं। ऑटो न्यूनतम दूरी के लिए 20 रुपये तो टेंपो न्यूनतम दूरी के लिए 10 रुपये प्रति किमी किराया वसूल रहे हैं।
ऑटो किराया 25 रुपये प्रति किमी करने की मांग
लखनऊ ऑटो रिक्शा-थ्री व्हीलर महासंघ अध्यक्ष पंकज दीक्षित ने बताया कि पहले एक किमी का किराया 25 रुपये, इसके बाद हर आधे किमी का किराया 12 रुपये करने का प्रस्ताव परिवहन विभाग को सौंपा है।
रोजाना सवा दो लाख यात्री ऑटो से चलते हैं
लखनऊ में मेट्रो चलने के बावजूद अधिकांश रूटों पर ऑटो-टेंपो की यातायात की लाइफ लाइन हैं। शहर में आरटीओ से पंजीकृत तकरीबन 4092 रोजाना सवा दो लाख यात्री लाते- ले जाते हैं, जबकि 2375 टेंपो करीब सवा लाख यात्रियों के आवागमन का प्रमुख साधन हैं।
ज्यादा किराया मांगने पर यहां करें शिकायत
ऑटो-टेंपो चालक तय किराया से ज्यादा मांगें या वसूले तो परिवहन विभाग के हेल्पलाइन नंबर 18001800151 पर वाहन नंबर के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत सोमवार से शनिवार तक सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक दर्ज होगी। आरटीओ प्रवर्तन संदीप कुमार पंकज ने बताया कि शिकायत के बाद यात्रियों के बयान के आधार पर वाहन स्वामी के खिलाफ ओवरचार्जिंग पर कार्रवाई की जाती है।
ऑटो महासंघ के फॉर्मूले पर किराया बढ़े तो राहत
ऑटो महासंघ अध्यक्ष पंकज दीक्षित की ओर से किराया बढ़ाने के लिए अपना फॉर्मूला राज्य परिवहन प्राधिकरण को सौंपा है। इसमें सीएनजी की बढ़ती कीमत, चालकों का वेतन, वाहन मरम्मत, बीमा, फिटनेस आदि का शुल्क बीते वर्षो में कई गुना बढ़ा है। इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर किराया बढ़े तो भी आम जनता को राहत मिलेगी। तब ऑटो चालक मनमानी किराया नहीं वसूलेंगे।
जानिए ये भी
आठ साल में 37 रुपये महंगी हुई सीएनजी
- वर्ष 2014 में सीएनजी की कीमत-49 रुपये प्रति किलो
- वर्ष 2022 में सीएनजी की कीमत-86 रुपये प्रति किलो
- वर्तमान ऑटो किराया : पहले किमी के लिए 6.39 रुपये। इसके बाद हर आधे किमी का 3.04 रुपये।
- वर्तमान टेंपो किराया: पहले किमी के लिए 6.82 रुपये। इसके बाद हर आधे किमी के लिए 3.30 रुपये।
- एक साल में ज्यादा किराया वसूलने की 56 शिकायतें दर्ज
- आरोपी गाड़ी मालिकों से 500-500 रुपये जुर्माना वसूला