Jhansi: दो साल गुज़र गए, सड़क निर्माण अधूरा

ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त

Update: 2024-08-03 10:30 GMT

झाँसी: मड़ावरा तहसील से गिरार और धवा रखवारा सड़क मार्ग रोड दो सालों में पूर्ण नहीं हो सके. अधरी सड़क पठारी इलाकों के मार्ग की तरह हो गयी है. जिस पर आवागमन करने में हजारों हिचकोलों से राहगीर त्रस्त हो गए हैं. उनको तरह-तरह की शारीरिक बीमारियां होने लगी हैं. जिसकी वजह से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है.

मड़ावरा विकास खण्ड से गिरार सड़क मार्ग 60 गावों से जुड़ा है. इस मार्ग से हजारों लोग प्रतिदिन तहसील व ब्लॉक कार्यालय, थाना के साथ अस्पताल आते जाते हैं. यही नहीं, स्कूलों व कालेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का आना जाना इसी सड़क मार्ग से होता है. सत्रह किलो मीटर लंबी यह सड़क इस समय मुसीबत बनी हुई है. दो वर्ष पहले बड़े इस सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया गया था. शीघ्रता से काम पूर्ण करने का ग्रामीणों को भरोसा दिया गया था. बावजूद इसके अभी तक इस सड़क पर केवल गिट्टी ही डाली गई है. जिसकी वजह से पूरा मार्ग पठारी इलाके में तब्दील हो चुका है.

इसके गड्ढ़े हादसों को दावत दे रहे हैं. वाहन चालक व राहगीर आएदिन गिरकर चोटिल हो रहे हैं. धवा से रखवारा मार्ग की भी यही हालत है. स्थानीय लोगों ने सड़क का निर्माण कराने के लिए कई बार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को पत्र सौंपे लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा.

ग्रामीण राहगीरों के मुताबिक इस सड़क पर दर्जनों दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.

बारिश में पैदल चलना और वाहन चलाना मुमकिन नहीं रहता है. गीले मार्ग पर फिसलन बड़ी मुसीबत से कम नहीं है. यदि जल्द ही सड़क नहीं बनी तो वह लोग आंदोलन को विवश होंगे.

किताबी शिक्षा संग मानव मूल्यों का ज्ञान जरूरी

नयी बस्ती स्थित एक कोचिंग सेंटर में ‘मानव मूल्य’ विषय पर आयोजित गोष्ठी के दौरान फिजियोथैरेपिस्ट डा. सौरभ देवलिया ने कहा कि किताबी शिक्षा के साथ मानव मूल्यों का ज्ञान होना बहुत जरूरी है. इससे समाज में मान सम्मान मिलता है. आज धन के साथ मानव की मानसिक गरीबी भी बढ़ी है. हमें स्वयं में समझ की आवश्यकता है फिर परिवार व संबंधों में संतुलन की आवश्यकता है. कोचिंग में सभी 12वीं के विद्यार्थी मौजूद रहे.

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