JHANSI : इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस से रविवार को शातिर बदमाशों ने तीन लाख की चोरी कर ली। यात्री को इसकी भनक भी नहीं लगी। जब घर पहुंचकर दंपती ने बैग खोला तो उनके होश उड़ गए। बैग में ताला लगा रहा और उसमें अंदर रखा जेवर व नगदी चोरी हो चुकी थी।
आप यदि ट्रेनों के एसी कोच COACH में यह सोचकर कीमती सामान व नगदी के साथ यात्रा कर रहे हैं कि आप और आपका सामान सुरक्षित है तो यह आपकी भूल है। यही भूल गाजियाबाद के लोनी निवासी रंजीत कश्यप से हो गई। शनिवार को मध्य प्रदेश के बियावरा राजगढ़ से पत्नी को मायके से लेकर रंजीत कश्यप इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस के थर्ड एसी इकोनॉमी कोच एम-2 की बर्थ संख्या 42 और 48 पर गाजियाबाद GAJIABAAD के लिए यात्रा कर रहे थे। रविवार को ट्रेन TRAIN जब सुबह 5.10 बजे ग्वालियर पहुंची तो पति-पत्नी की आंख लग गई। इसी दौरान चाेरों ने उनकी सीट के नीचे रखे ट्रॉली बैग TROLLY BAG में से ढाई लाख रुपये से अधिक के जेवर और 30 हजार रुपये चोरी कर लिए।
ट्रेन TRAIN के ग्वालियर GWALIOR से छूटने के बाद उन्होंने बैग देखा तो उसमें ताला लगा था और चेन भी नहीं टूटी थी। रंजीत ने रेल प्रशासन से शिकायत करते हुए बताया कि घर पहुंचने पर जब उन्होंने बैग का ताला खोला तो उसमें रखा जेवर और रुपये गायब थे। पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आरपीएफ ने ग्वालियर स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज CCTV FOOTAGE खंगाले हैं। चोरों का सुराग लगाया जा रहा है