Jaunpur News: उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के खुटहन क्षेत्र में खेत मजदूर दंपत्ति की मौत के मामले में खेत मालिक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मलूकपुर गांव में खेत में काम कर रहे रामचरित्र और उनकी पत्नी किस्मती देवी कुछ दिन पहले लापता हो गए थे। मामले की जांच में पता चला कि कमलेश सिंह के खेत में काम कर रहे दंपत्ति की करंट लगने से मौत हो गई थी। कमलेश ने दंपत्ति के शव खेत में पड़े देखे तो उन्हें कार में डालकर नहर में बहा दिया, गोताखोर नहर में शवों की तलाश कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि कमलेश सिंह को मंगलवार को फिरोजपुर से आगे पटेला रोड के पास से गिरफ्तार किया गया है।
सरिता कुमारी ने थाने में तहरीर दी थी कि पांच जनवरी की सुबह उसके माता-पिता बटाई पर लिए गए खेत की सिंचाई करने गांव के पश्चिम तरफ गए थे। तलाश करने के बाद भी माता-पिता का पता नहीं चल रहा है। इस मामले में एसआई महेंद्र यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के दौरान अपहृत दंपत्ति जिस खेत में काम कर रहे थे, वहां से उनके चप्पल, कुदाल, कंबल, सलवार और मोजे बरामद किए गए। कमलेश सिंह ने स्वीकार किया कि उसने अपनी फसल को जानवरों से बचाने के लिए अपने खेत में स्टील के तार से घेराबंदी की थी।
आवारा पशुओं से फसल को बचाने के लिए उसने तार को अपने ट्यूबवेल की बिजली से जोड़ दिया था, ताकि जानवरों को करंट लगे और वे भाग जाएं। संयोग से रामचरित्र और उसकी पत्नी किस्मती देवी इस करंट के संपर्क में आ गए। जब कमलेश खेत पर पहुंचा तो उसने देखा कि करंट लगने से रामचरित्र और किस्मती देवी की मौत हो चुकी थी। घटना को देखकर वह डर गया और अपने घर से बोलेरो जीप लेकर आया और अपने भाई अखिलेश के साथ मिलकर दोनों के शवों को बासूपुर नहर में फेंक दिया।