नगर निगम को मृत्यु प्रमाण पत्र की जांच पूरी करने में लगे 40 दिन

आठ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई.

Update: 2024-04-27 09:55 GMT

आगरा: नगर निगम को टेहल सिंह के मृत्यु प्रमाण पत्र की जांच पूरी करने में 40 दिन लग गए. आठ लोगों के बयान दर्ज कराए गए. इन सभी आठ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई.

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इसका चार मार्च को ही जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने संज्ञान लेते हु्ए नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल को जांच कराए जाने के आदेश दिए थे. जिस पर नगर आयुक्त ने पांच मार्च को ही अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता को जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश कर दिए थे.

अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता ने जांच शुरू की. मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में शामिल लोगों के घरों का सत्यापन कराया गया. उसके बास उनके बयान दर्ज कराए गए. जरूरी दस्तावेजों का भी सत्यापन कराया गया. उसके बाद टेहल सिंह ने नगर निगम को सारे दस्तावेज भेजकर अपने जिंदा होने का प्रमाण दिया और उनका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया था. इस पर अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता ने मार्च 2024 को खन्ना लुधियाना के पते पर टेहल सिंह को पत्र भेजकर कुछ और जानकारी देने के लिए कहा. टेहल सिंह द्वारा जरूरी सभी जानकारी नगर निगम को भेज दी गई.

उसके बाद अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता ने अपनी जांच को अंतिम रूप देते हुए रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंप दी. उसके बाद ये बड़ी कार्रवाई हुई है.

क्षेत्रीय सुपरवाइजर का नाम क्यों नहीं

अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता द्वारा टेहल सिंह का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में अपनी रिपोर्ट में क्षेत्रीय सुपरवाइजर द्वारा रिपोर्ट दिए जाने का बार-बार उल्लेख तो किया गया है, लेकिन की गईं कार्रवाई में उनके नाम का जिक्र तक नहीं किया गया है. जबकि सबसे महत्वपूर्ण रिपोर्ट क्षेत्रीय सुपरवाइजर की ही होती है.

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