किसान दिवस बैठक में बिजली और गन्ना विभाग के मुद्दे रहे हावी, बिजली दिवस आयोजित करने के निर्देश

Update: 2022-11-18 08:26 GMT

मेरठ न्यूज़: गुरुवार को विकास भवन सभागार में किसान दिवस बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें डीएम दीपक मीणा ने पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन पर की गई कार्रवाई की बिन्दुवार जानकारी ली। डीएम ने कहा कि कार्रवाई में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों की संतुष्टि सरकार की प्राथमिकता में है। बैठक में किसानों की ओर से विद्युत विभाग से संबंधित मुद्दे उठाए गए। जिनमें ट्रांसफॉर्मर बदले जाने, विद्युत पोल लगाए जाने, बिजली बिल अतिरिक्त लिए जाने, विद्युत कनेक्शन आदि शामिल रहे। जिस पर डीएम ने विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि विद्युत विभाग की ओर से अगले महीने बिजली दिवस का दिनांक निश्चित करते हुए आयोजन किया जाए। तथा इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराया जाए। उक्त दिवस का आयोजन डीएम की अध्यक्षता में किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के संगठन मंत्री राजकुमार करनावल ने कहा कि पूर्ण गन्ने का बकाया भुगतान दिलाया जाए। सोसाइटी द्वारा किसान कैलेंडर ठीक कराया जाए। सिंचाई के लिए माइनरो में तत्काल पानी छोड़ा जाए। मलेरिया डेंगू की बीमारी के उपचार रोकथाम किया जाए। शुगर मिल में कैंटीन, सीमेंटेड रोड, विश्राम शेड की मांग रखी गई। शुगर मिल की ओर से सोशल वेलफेयर के तहत फॉगिंग कराई जाए।

अशफाक प्रधान जैनपुर ने कहा कि गांव में बैठ कर के कामदार कैलेंडर ठीक करें। नलकूपों पर मीटर न लगाए जाएं। गलत बिल निरस्त किए जाएं। ट्रैक्टर-ट्रॉली पर कोई प्रतिबंध न हो। किसानों ने सिंचाई के दृष्टिगत नहरों में पानी न आने की समस्या को उठाया गया तथा इसके अलावा रजवाहे, नहर आदि की साफ-सफाई इत्यादि के संबंध में अवगत कराया। इसके अलावा गन्ना भुगतान, क्रय केन्द्रों के कुछ मार्गों की मरम्मत, पर्चियों में गड़बड़ी की बात रखी। जिसके बारे में गन्ना विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। डीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि कहा कि अपवाद को छोड़कर यदि अधिक संख्या में इस प्रकार अंतर पाया जाता है तो संबंधित सुपरवाइजर के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। क्रय केंद्रों पर स्वच्छ पेयजल, शौचालय, बैठने की व्यवस्था इत्यादि की व्यवस्था कराई जाए। इसके अलावा सिवालखास के पास रास्ते पर अतिक्रमण, गन्ने के लिए रोगाणुनाशक दवाई को गन्ना मिल से दिलवाने, पुलिस विभाग में किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता पर लेने के बारे में कहा गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, उप निदेशक कृषि ब्रजेश चन्द्र, सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व किसान उपस्थित रहे। किसानों में मनोज त्यागी ईकड़ी, बबलू विलियन प्रधान भैंसा, धीर सिंह, आकाश सिरोही, उपेंद्र प्रधान भराला, प्रशांत सकौती आदि मौजूद रहे।

पूर्ण हो चुके सीएचसी एवं पीएचसी पर डाक्टरों की तैनाती के निर्देश: विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक लेते हुए स्वास्थ्य कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रगति के आंकड़ों को पोर्टल पर समय से और सही अंकित करना सुनिश्चित करें। जिससे कि प्रत्येक चिकित्सीय कार्य की समीक्षा ठीक ढ़ग से की जा सके, तथा धीमी प्रगति वाली योजनाओ में लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बच्चों के टीकाकरण में आने वाली समस्याओं का संज्ञान लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।डीएम ने हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किय कि जिन सीएचसी एवं पीएचसी सेंटर का निर्माण पूर्ण हो गया है, उन पर जल्द से जल्द डाक्टरों की तैनाती की जाए। तथा ऐसे जन औषधि केन्द्र जो क्रियाशील नहीं हैं, उनको शीघ्र ही चालू किया जाए। जिन सीएचसी एवं पीएचसी पर स्टाफ की अधिकता है, वहां से स्टाफ को अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों पर भेजा जाए। बैठक में प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना, कायाकल्प अवार्ड स्कीम, आशा के पदो की संख्या, परिवार नियोजन, कोविड वैक्सीनेशन, ई-कवच पोर्टल पर डाटा फीडिंग, जन्मजात ह्दय रोग, आईपीडी, आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट प्रोग्राम एवं अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया गया कि लक्ष्य के अनुरूप कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर सीडीओ शशांक चौधरी, सीएमओ डा. अखिलेश मोहन, एमओआईसी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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