यूपी में इमाम और धर्म गुरुओं को दिए गए निर्देश, सुरक्षा घेरे में निकाले जाएंगे मोहर्रम के जुलूस
यूपी डीजीपी मुख्यालय ने कड़े सुरक्षा घेरे में मोहर्रम के जुलूस निकाले जाने के निर्देश दिए गए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूपी डीजीपी मुख्यालय ने कड़े सुरक्षा घेरे में मोहर्रम के जुलूस निकाले जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए सभी जिलों को 152 कंपनी पीएसी और 11 कंपनी केंद्रीय बल मुहैया कराए गए हैं। संवेदनशीलता को देखते हुए लखनऊ कमिश्नरेट को 12 एएसपी, 34 डीएसपी, 40 इंस्पेक्टर, 175 सब इंस्पेक्टर, 10 महिला सब इंस्पेक्टर, 600 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल तथा 150 ट्रेनी कांस्टेबल दिए गए हैं। प्रदेश में इस बार 89035 ताजियों की स्थापना की गई है।
कोरोना के कारण दो साल नहीं निकले थे जुलूस
चन्द्र दर्शन के अनुसार मोहर्रम 31 जुलाई से शुरू होकर नौ अगस्त को सम्पन्न होगा। मोहर्रम की सातवीं, आठवीं, नौवीं और दसवीं तारीखें महत्वपूर्ण होती हैं। इन तिथियों में सभी जिलों में ताजिये इमाम चौक एवं घरों में रखे जाते हैं तथा अलम के जुलूस निकाल कर मातम किया जाता है। मोहर्रम की दसवीं तारीख यौम-ए-आशूरा को ताजियों को मुस्लिम समुदाय कर्बला ले जाकर दफनाता है। इस साल सावन में मोहर्रम का मौका होने के कारण संवेदनशीलता को देखते हुए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 व 2021 में कोविड प्रोटोकाल के चलते मोहर्रम के जुलूस नहीं निकाले जा सके थे।
नई परंपरा शुरू करने की अनुमति नहीं
ताजिए विभिन्न परंपराओं के अनुसार आठ अगस्त से 23 अगस्त तक संबंधित कर्बलाओं में दफन किए जाएंगे और कुल 34293 जुलूस निकाले जाने प्रस्तावित हैं। सबसे अधिक ताजिए गोरखपुर जोन में 36755 स्थापित किए जाने हैं, जबकि सबसे अधिक जुलूस बरेली जोन में 23015 निकलने प्रस्तावित हैं। मस्जिदों के इमामों, धर्मगुरुओं व अंजुमनों के साथ बैठकें करके शासन के निर्देशों से अवगत करा दिया गया है कि कोई नई परंपरा न शुरू की जाए। सभी जिलों को आपत्तिजनक पोस्टर अथवा आपत्तिजनक कथ्य की चेकिंग के लिए सुबह गश्त चेकिंग को विशेष रूप से पुलिस पार्टियां निकाले जाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रिंटिंग प्रेस संचालकों की गोष्ठी करके उन्हें भी हिदायत दी गई है। जुलूसों की वीडियोग्राफी कराए जाने, सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय कराने तथा ड्रोन कैमरा से चेकिंग कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। मोहर्रम के जुलूसों में बाक्स फार्मेट में चारों तरफ पुलिस के जवानों की ड्यूटी रहेगी व जुलूस के आगे-पीछे राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहेंगे। जुलूस के मार्गों तथा कार्यक्रम स्थलों की सुरक्षा के लिए सघन जांच श्वान दल और बम निरोधक दस्ते से कराने का निर्देश दिया गया है। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे ट्विटर, व्हाट्सएप, फेसबुक व इंस्टाग्राम आदि पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है।