अलीगढ़ क्राइम न्यूज़: ठगी के आरोपियों के परिवार से मदद के नाम पर 1.40 लाख रुपये की रिश्वत लेने वाले दरोगा से विस्तृत पूछताछ होगी. एसपी सिटी कुलदीप सिंह पूछताछ करेंगे. उनकी ओर से दरोगा को इस संबंध में नोटिस जारी किया गया है. इधर, जेल गए ठगी के आरोपियों के विषय में हो रही जांच में नया तथ्य सामने आया है कि गैंग में अन्य लोग भी शामिल थे. पुलिस उनकी शिनाख्त में लगी है. इसके अलावा ठगी पीड़ितों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. करीब 100 लोगों से गैंग ने ठगी की थी, उनसे 20 से लेकर 40 हजार रुपये प्रति व्यक्ति ठगे गए थे.
पुलिस के मुताबिक 15 नवंबर को थाना महुआखेड़ा में एक मुकदमा ठगी के संबंध में कुंदन नगर गांधीपार्क के कैलाश चंद्र शर्मा ने लिखाया था. इसमें कहा था कि फर्जी फाइनेंस कंपनी के जरिये ई-रिक्शा फाइनेंस कराने के नाम पर ठगी की गई है. इसकी विवेचना थाने के दरोगा अवधेश कुमार कर रहे थे. आरोप है कि विवेचना में दरोगा ने आरोपी सुरेंद्र नगर क्वार्सी निवासी विशाल दीक्षित व सारसौल निवासी आकाश उर्फ चेतन के परिवार से संपर्क कर मदद के नाम पर 1.40 लाख रुपये ले लिये. बाद में अधिकारियों के निर्देश पर मामले में दोनों की बरेली से गिरफ्तारी हुई. रिश्वत देने के बाद भी गिरफ्तारी होने पर आरोपी के परिवार की ओर से एक ऑडियो पुलिस अधिकारियों को मुहैया कराया गया. जिसमें दरोगा रुपये लेने और फिर वापस करने की बात कर रहा है. यह ऑडियो एसएसपी तक पहुंचाया गया. ऑडियो को आधार मानकर एसएसपी ने शुरुआती तौर पर दरोगा को आरोपी मानते हुए निलंबित कर दिया है. एसपी सिटी कुलदीप सिंह को जांच सौंपी है. एसपी सिटी ने बताया कि दरोगा को विस्तृत पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. पूरी जांच होने के बाद रिपोर्ट फाइल की जाएगी.