रिश्वत मांगने का ऑडियो मिलने पर दरोगा निलंबित

Update: 2023-08-07 09:30 GMT

गाजियाबाद: खाकी को शर्मसार करने वाला एक और मामला सामने आया है. आरोप है कि मसूरी थाने में तैनात दरोगा ने धोखाधड़ी के मुकदमे में एफआर लगाने की एवज में आरोपी पक्ष से रिश्वत मांगी और धमकी दी. रिश्वत मांगने का ऑडियो अधिकारियों के पहुंचा तो आनन-फानन में दरोगा के खिलाफ उसी के थाने में भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर उसे निलंबित कर दिया गया.

हापुड़ के लकड़ी कारोबारी उम्मेद अली ने बीते जून महीने में मसूरी थानाक्षेत्र स्थित मीट फैक्टरी के संचालक मां-बेटे पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था. उसका आरोप है कि फैक्टरी मालिक ने उनसे 59 लाख रुपये का माल लिया, लेकिन भुगतान नहीं किया. उन्होंने तगादा किया तो आरोपी मां-बेटे ने अंजाम भुगतने और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी. उम्मेद अली की शिकायत पर मसूरी पुलिस ने फैक्टरी संचालक मां-बेटे के खिलाफ केस दर्ज किया था. मामले की विवेचना उप निरीक्षक रणविजय प्रताप सिंह को सौंपी गई थी. केस में आरोपी बनाए फैक्टरी संचालक के प्रतिनिधि ने विवेचक रणविजय प्रताप सिंह से मुकदमे में एफआर लगाने को कहा. आरोप है कि विवेचक ने एफआर लगाने की एवज में रिश्वत मांगी. प्रतिनिधि ने बातचीत की रिकॉर्डिंग करके पुलिस अधिकारियों को भेज दी. बताया जा रहा है कि बातचीत में आरोपी के प्रतिनिधि ने रिश्वत का पैसा कुछ कम करने को कहा तो दरोगा तैश में आ गया. सूत्रों का कहना है कि जिस अंदाज में आरोपी का प्रतिनिधि विवेचक से बात कर रहा है, उससे साफ है कि वह पूर्व से भी दरोगा के संपर्क में था और उनके बीच घूस की रकम को लेकर खींचतान चल रही थी. घूस की रकम कुछ कम करने को कहा तो दरोगा ने कानून का पाठ पढ़ा दिया. मजबूरन उसे अधिकारियों से शिकायत करनी पड़ी.

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