गैस सिलेंडर फटने की घटनाएं, भविष्य में इस डिवाइस से रुक सकेंगी

Update: 2023-08-21 12:12 GMT
उत्तरप्रदेश: अक्सर देखने को मिलता है कि गैस लीकेज होने के बाद कई बार सिलेंडर फटने जैसी घटनाएं सामने आती हैं. जिसको काबू करने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को होने से पूर्व भी रोका जा सकेगा. इसके लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र-छात्राओं को अध्ययन करने वाले इंजीनियर सौरभ गौड़ द्वारा इसी तरह की एक डिवाइस तैयार की है. जिसको पेटेंट के लिए भी अनुमति मिल गई.
लोकल 18 की टीम से खास बातचीत करते हुए इंजीनियर सौरभ गौड़ ने बताया कि कई बार घर में गैस लीक होने लगती है लेकिन उसकी जानकारी किसी को नहीं लग पाती. जो एक बड़ी आग की दुर्घटना को जन्म देती है. लेकिन जो यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से डिवाइस तैयार की गई है यह इतनी आधुनिक है कि खतरे से पहले ही संबंधित व्यक्ति को उसकी जानकारी दे देगी. क्योंकि जैसे ही गैस लीकेज होगी तुरंत सायरन बज जाएगा.
पेटेंट को भी मिली अनुमति
इंजीनियर सौरभ गौड़ ने बताया कि उनकी इस डिवाइस को अंतरराष्ट्रीय पेटेंट यूनाइटेड किंगडम की गवर्नमेंट वेबसाइट रजिस्टर्ड कर लिया गया है. उन्होंने इसकी खासियत बताते हुए कहा कि यंत्र से घरेलू उपयोग में आने वाले गैस चूल्हे में कितना प्रेशर, उसे कंट्रोल करने की तकनीक उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि की मार्केट वैल्यू के बारे में तो अभी कुछ नहीं कहा जाएगा लेकिन यह इस कॉस्ट की होगी कि कोई भी आमजन आसानी से इसे परचेस कर सकेगा.
डिवाइस की सफलता
बताते चले कि इंजीनियर सौरभ गौड़ इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट मैं बतौर सहायक आचार्य कार्यरत हैं. डिवाइस की सफलता को लेकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला, इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर डॉक्टर नीरज सिंघल, इंजीनियर प्रवीण पवार सहित अन्य शिक्षकों द्वारा भी शुभकामनाएं दी.
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