संभल में सपा जिलाध्यक्ष के दो भाइयों समेत तीन भट्ठों पर कुर्क कीं 24 लाख ईंटे, रायल्टी और टैक्स न चुकाने पर प्रशासन ने की कार्रवाई
संभल में ईंट भट्ठों पर वाणिज्य कर और रायल्टी के लाखों रुपये के बकाये में आरसी जारी होने के बाद प्रशासन ने बुधवार को कड़ी कार्रवाई की।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। संभल में ईंट भट्ठों पर वाणिज्य कर और रायल्टी के लाखों रुपये के बकाये में आरसी जारी होने के बाद प्रशासन ने बुधवार को कड़ी कार्रवाई की। प्रशासन ने सपा जिलाध्यक्ष के बकायेदार ईंट भट्ठा स्वामी दो भाइयों समेत तीन के ईंट भट्ठों पर चौबीस लाख से अधिक ईंटें कुर्क कर लीं। कुर्की अवधि तीस दिन में बकाया जमा नहीं किया तो प्रशासन ईंटों को नीलाम करेगा। ईंट भट्ठों पर कुर्की कार्रवाई से खलबली का माहौल बना रहा।
तहसीलदार मनोज कुमार सिंह के निर्देश पर बुधवार को नायब तहसीलदार भारत प्रताप सिंह राजस्व विभाग की टीम के साथ संभल के गांव बराही स्थित ईंट भट्ठों पर पहुंचे। नायब तहसीलदार ने ईंट भट्ठों पर रखीं ईंटों को कुर्क करने की कार्रवाई कराई, जबकि गांव रहटौल में भी एक ईंट भट्ठे पर कुर्की की कार्रवाई की गई। कर्मचारियों ने ईंटों पर सफेद रंग के निशान लगाए। तहसीलदार ने बताया कि सपा जिलाध्यक्ष असगर अली अंसारी के भाई कौसर अली निवासी बराही के ईंट भट्ठे मैसर्स अयान ब्रिक वर्क्स पर सत्रह लाख चौबीस हजार चार सौ अस्सी रुपये की रायल्टी, वाणिज्य कर और ब्याज बकाया था। भट्ठे से सिर्फ डेढ़ लाख रुपये जमा किए गए थे। यहां चार लाख ईंटें कुर्क की गईं। बराही में ही इरशाद अली के मैसर्स गरीब नवाज ब्रिक वर्क्स भट्ठे पर आठ लाख तिहत्तर हजार पांच सौ अस्सी रुपये का रायल्टी, वाणिज्य कर और ब्याज बकाया था। इस भट्ठे पर ग्यारह लाख ईंटों की कुर्की हुई, जबकि गांव रहटौल में प्रधानपति अरविंद कुमार के मैसर्स महाशिव ब्रिक वर्क्स पर वाणिज्य कर का दस लाख बावन हजार और ब्याज बकाया था। इस भट्ठे पर नौ लाख पिछत्तर हजार ईंटें कुर्क कराई गईं। इस मामले को लेकर सपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि उनका इस मामले से कोई मतलब नहीं है।
बकाया न जमा करने पर ईंटों की नीलामी से होगी वसूली
संभल। रायल्टी और वाणिज्य कर की वसूली को लेकर तहसील प्रशासन सख्ती के मूड में है। तहसीलदार ने कहा कि तीनों भट्ठों पर ईंटें कुर्क की गई हैं। कुर्की की अवधि तीस दिन होती है। इस अवधि में ईंट भट्ठों ने बकाया जमा नहीं किया तो अगली कार्रवाई होगी। इसमें कुर्क की गईं ईंटों की नीलामी कराकर वसूली की जाएगी।
पहले वसूले थे आठ लाख
संभल। तहसील प्रशासन ने जून महीने की शुरुआत में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष असगर अली अंसारी के भाई इरशाद अली को पकड़ा था। तब सपा जिलाध्यक्ष भी तहसील कार्यालय पहुंचे थे। सात लाख रुपये का चेक और एक लाख रुपये नकद जमा करने पर सपा जिलाध्यक्ष के भाई को छोड़ा गया था। कहा गया था कि शेष धनराशि एक सप्ताह में जमा करनी है, लेकिन गंभीरता नहीं दिखाई गई।