हाथरस में जिंदा ही नहीं मृत ले रहे वृद्धावस्था और विधवा पेंशन, जानिए क्या है पूरा मामला

वृद्धावस्था और विधवा पेंशन

Update: 2022-07-23 07:01 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हाथरस. सरकारें बेसहारा लोगों को पेंशन देती हैं, जिससे वे अपना जीवन यापन कर सकें. लेकिन क्या कभी मुर्दे को भी पेंशन दी जा सकती है, लोगों का जवाब होगा नहीं, तो हम बता दें, ऐसे ही मुर्दों को पेंशन दी जा रही है. वो भी उत्तर प्रदेश के हाथरस में. ये बात हम अपनी ओर से नहीं कह रहे बल्कि सरकारी आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं.

विभाग द्वारा कराए गए सत्यापन में सामने आया है कि विधवा पेंशन मेंये खुलास हुआ है कि विधवा पेंशन में 380 और वृद्धावस्था पेंशन में 1664 मृतक पेंशन योजना के तहत पेंशन पा रहे हैं. जब मामला सामने आ गया तो विभाग की ओर से इन मृतकों का नाम सूची से हटाने के लिए शासन को भेजा जा रहा है. वृद्धावस्था पेंशन में 697 अपात्र व विधवा पेंशन में 95 अपात्र पाए गए हैं.
मिल रहीं थी शिकायत
यूपी सरकार की ओर से प्रोबेशन विभाग के जरिए से गरीब विधवा महिलाओं को जीवन.यापन करने के लिए पेंशन दी जाती है. पेंशन से मिलने वाली अर्थिक धनराशि को तिमाही किस्त के जरिए सीधे लाभार्थी के खाते में भेजा जाता है. विधवा पेंशन में लाभार्थियों के अपात्र होने की शिकायतें विभाग को मिल रही थीं. शिकायतों पर विभाग की ओर से ब्लॉक वार सत्यापन की प्रक्रिया अपनाई गई. जिले में 25591 लाभार्थियों को विधवा पेंशन दी जा रही है. जब सत्यापन कराया तो इसमें कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, जिसे देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए. जांच में पता चला है कि 380 मृतक पेंशनार्थियों को पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है. यहां तक कि योजना में 95 अपात्र भी पाए गए. जब मामले खुल गया तो विभाग की ओर से मृतक अपात्रों का सूची से नाम हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
समाज कल्याण विभाग की सूची में भी गड़बड़ी
जब प्रोबेशन विभाग में शिकायत मिली तो समाज कल्याण विभाग ने भी पेंशनार्थियों का सत्यापन कराया. जिले में समाज कल्याण विभाग की ओर से 34061 लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन से लाभान्वित किया जा रहा है. सत्यापन के दौरान सामने आया कि 1664 मृतक पेंशन योजना का लाभ ले रहे थे. इतना ही नहीं अन्य प्रांतों में रहने वाले लाभार्थी भी इस स्कीम का फायदा ले रहे थे. सत्यापन में 697 लाभार्थी अपात्र भी पाए गए. अब विभाग की ओर से मृतकों व अपात्रों के नामों को हटाने के लिए उच्चाधिकारियों को डाटा भेज दिया गया है.
अधिकारी की सफाई
जब मामला सामने आया तो अधिकारियों ने भी सफाई देना शुरू कर दिया. जिला प्रोबेशन अधिकारी सीमा मौर्य ने कहा कि सत्यापन के दौरान जो लाभार्थी मृतक और अपात्र पाए गए हैं, इन सभी पेंशनार्थियों के नाम पेंशन की सूची में हटाने की कार्रवाई की जा रही है.


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