जन्माष्टमी पर आज मथुरा जा रहे हैं तो नोट कर लें पूजा का पूरा शेड्यूल

ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी ने कहा है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को उच्च राशि के चंद्रमा में मनाई जाएगी।

Update: 2022-08-19 01:08 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी ने कहा है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को उच्च राशि के चंद्रमा में मनाई जाएगी। साथ ही इस वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी को सूर्य और बुध साथ-साथ रहेंगे। बुधादित्य योग बनेगा। चतुर्वेदी ने कहा है कि 19 अगस्त को मथुरा में चंद्रमा रात 11:44 बजे उदय होगा। चतुर्वेदी ने बताया कि ठाकुरजी की श्रंगार आरती रात्रि 12:40 बजे से 12:50 बजे तक होगी एवं ठाकुरजी के दर्शन रात्रि 1:30 बजे तक खुले रहेंगे।

दीपक ज्योतिष भागवत संस्थान के निदेशक ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी ने बताया कि द्वापर युग में मथुरा पुरी में भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मध्य रात्रि में 12:00 बजे निशीथ बेला में वृषभ लग्न में उच्च राशि के चंद्रमा में अजन्मे श्री कृष्ण ने जन्म लिया था। उस समय के कई सुंदर योग इस बार जन्माष्टमी पर मिल रहे है। स्मार्त संप्रदाय के अनुसार 18 अगस्त को निशीथ व्यापिनी अष्टमी तिथि में तथा वैष्णव श्री कृष्ण जन्मभूमि, श्री द्वारकाधीश मंदिर सहित 19 अगस्त शुक्रवार को सूर्य उदय व्यापिनी जन्माष्टमी मनाएंगे। रोहणी नक्षत्र प्रधानता वाले अपने सिद्धांत के अनुसार मनाएंगे। शरद चतुर्वेदी साहित्याचार्य ने बताया कि अष्टमी तिथि 18 तारीख गुरुवार को रात्रि 09:21 बजे लग रही है
खास बातें
सारंग शोभा
पुष्प-बंगले में विराजेंगे ठाकुरजी
मोर्छलासन
विराजमान हो अभिषेक स्थल पर पधारेंगे
रजत-कमल पुष्प में होगा ठाकुरजी का प्राकट्य एवं अभिषेक
गर्भ-गृह एवं श्रीकृष्ण चबूतरा को दिया जायेगा कारागार स्वरूप
आयोजन में उपस्थित रहेंगे महंत नृत्यगोपालदास महाराज
जन्माष्टमी पर रात्रि 1:30 बजे तक जन्मस्थान के खुले रहेंगे दर्शन
श्रीकृष्ण जन्म महाभिशेक कार्यक्रम (भागवत भवन मंदिर
श्री गणपति एवं नवग्रह स्थापना-पूजन आदि रात्रि 11:00 बजे से
सहस्त्रत्तर्चन (कमल पुष्प एवं तुलसीदल से) रात्रि 11:55 बजे तक
प्राकट्य दर्शन हेतु पट बंद रात्रि 11:59 बजे
● प्राकट्य दर्शन/आरती रात्रि 12:00 बजे से 12:05 बजे तक
पयोधर महाअभिषेक(कामधेनु) रात्रि 12:05 बजे से 12:20बजे तक
रजत कमल पुष्प में विराजमान ठाकुरजी का जन्म-महाभिषेक रात्रि 12:20 बजे से 12:40बजे तक
श्रंगार आरती रात्रि 12:40 बजे से 12:50 बजे तक
● शयन आरती रात्रि 1:25 बजे से 1:30 बजे तक
15 मिनट तकहोगा अभिषेक
सर्वप्रथम कामधेनु स्वरूपा स्वर्ण मण्डित रजत गो अपने पयोधर से भगवान के श्रीविग्रह का प्रथम अभिषेक करेंगी। ठाकुरजी के जन्माभिषेक कामधेनु स्वरूपा गो द्वारा रात्रि 12:05 बजे से रात्रि 12:20 बजे तक किया जायेगा। तदोपरान्त रजत कमल पुष्प में विराजित ठाकुरजी का जन्म महाभिशेक रात्रि 12:20 बजे से 12:40बजे तक होगा।
10 मिनट होगी आरती
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