Kushinagar राजापाकड़/कुशीनगर: दुदही विकास खंड के ग्राम पंचायत दुमही के राजस्व गांव बंगरा रामबक्स राय में शारदीय नवरात्र के अवसर पर आयोजित सप्त दिवसीय संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस शनिवार की सायं श्रीधाम वृंदावन व बागेश्वर धाम के सेवक आचार्य पं. रोहित रिछारिया ने ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि कोई भी कार्य मन में ठान लिया जाए तो वह पूरा होता है। मात्र 6 वर्ष की अवस्था में ध्रुव ने कठोर तपस्या की और भगवान ने प्रकट होकर उन्हें दर्शन व परम पद दिया।
कथावाचक ने विदुर भक्त के चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान से सच्चा प्रेम हो तो दुर्योधन के 56 व्यंजन त्याग करके विदुरानी के हाथ से भगवान केले के छिलके भी पा लेते हैं। शिव सती चरित्र श्रवण करके श्रोतागण भाव विभोर हुए। कथा व्यास ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण व संवर्धन बहुत आवश्यक है। आज विकास के नाम पर जंगल काटे जा रहे हैं पर वृक्ष कोई नहीं लगाता। ऐसे ही पर्यावरण का हनन होता रहा तो एक दिन ऑक्सीजन की कमी आ जाएगी जल स्तर भी बहुत नीचे चला जाएगा। इसलिए सभी का कर्तव्य है की वृक्ष जरुर लगाएं। जो पुण्य 10 पुत्रों को प्रकट करने में मिलता है वह केवल एक वृक्ष लगाने मात्र में मिल जाता है।
जन्मदिन हो, विवाह की वर्षगांठ हो, पूर्वजों की स्मृति हो ऐसे अवसर पर वृक्ष जरुर लगाएं। क्योंकि आज से 30 साल पहले किसी ने नहीं सोचा था कि पानी बिकेगा पर आज पानी बिक रहा है ऐसे ही अगर वृक्षों को काटते रहे तो एक दिन आक्सीजन भी खरीदना पड़ेगा। कहा कि हमारा भारत तब समृद्ध होगा जब भारत में नदियों की अविरलता, शुद्धता, संरक्षण व संवर्धन होगा। वृक्षों का पोषण होगा, गौ माता की रक्षा होगी। इस दौरान आयोजक शत्रुघ्न उर्फ डिंपल शुक्ल, पं. रामअवध शुक्ल, रामकिशोर शुक्ल, सत्येंद्र उर्फ गुड्डू शुक्ल, कृष्णा शुक्ल, वीरेंद्र शुक्ल, नन्हे शुक्ल, नगीना कुशवाहा, अनवर अंसारी, सुनील कुमार, रोहित कुमार, शोभित, त्रिपुरारी, छेदी प्रसाद , पारसनाथ शुक्ल, दूधनाथ शुक्ल, श्रीराम शुक्ल, बबलू तिवारी, राजकुमार आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।