अगर माल का भुगतान समय से मिल जाए तो फलेंगे उद्योग: नीरज सिंघल
नए रोजगार उत्पन्न होंगे और सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा: सिंघल
मेरठ: इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने कहा कि देश और प्रदेश में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों द्वारा सप्लाई किए गए माल का भुगतान समय से न मिलने की गंभीर समस्या है. यदि इन उद्योगों को भुगतान समय से मिल जाए तो वे अपने उद्योगों का विस्तार कर पाएंगे, जिससे नए रोजगार उत्पन्न होंगे और सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा. वह गोमतीनगर के आईआईए भवन में उत्तर प्रदेश के एमएसएमई फैसिलिटेशन काउंसिल मेंबर्स के सेमिनार को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सूक्ष्म एवं लघु उद्यम फैसिलिटेशन काउंसिल के कामकाज में कुछ खामियां हैं.
अपर मुख्य सचिव एमएसएमई मोहन प्रसाद ने कहा कि यदि हमारे फैसिलिटेशन काउंसिल के सदस्य जागरूक होंगे तो वह प्रदेश के सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लंबित भुगतानों का निपटारा जल्द और प्रभावी ढंग से करवा सकते हैं. इस अवसर पर सेमिनार के मुख्य वक्ता वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश ढोले ने कहा कि एमएसएमई डेवलपमेंट एक्ट 2006 जिसके अंतर्गत फैसिलिटेशन काउंसिल बनाई गई है. सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की सहायता के लिए बहुत सख्त अधिनियम है. अत इस अधिनियम के सभी प्रावधानों की जानकारी फैसिलिटेशन काउंसिल के सभी सदस्यों को होना अनिवार्य है. काउंसिल में जो भी लंबित भुगतान के मामले एवं लघु उद्यमों की ओर से आते हैं उनको सर्वप्रथम समझौता कराकर सुलझाने के प्रयास किए जाने चाहिए. यदि यह संभव न हो तो एक्ट के अनुसार कानूनी प्रक्रिया अपनानी चाहिए.
कार्यक्रम को आईआईए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कौल, पूर्व अध्यक्ष अजय गुप्ता, सहारनपुर डिविजनल की फैसिलिटेशन काउंसिल के सदस्य प्रमोद मिगलानी, केके अग्रवाल, दिनेश गोयल, अवधेश अग्रवाल सहित उत्तर प्रदेश की सभी 18 सूक्ष्म एवं लघु उद्यम फैसिलिटेशन काउंसिलो के 50 से अधिक सदस्यों द्वारा व्यक्तिगत अथवा ऑनलाइन माध्यम से अटेंड किया गया.