इंसानियत की मिसाल! एसपी आउटर अजीत सिन्हा भरेंगे नेत्रहीन पिता की मेधावी बेटी की फीस
कानपुर के घाटमपुर में अपने नेत्रहीन पिता के साथ घर के आसपास की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे की शिकायत लेकर थाने पहुंची छात्रा पूनम ने कभी सोचा भी नहीं था कि यहां से उसके सपनों को पंख मिल जाएंगे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कानपुर के घाटमपुर में अपने नेत्रहीन पिता के साथ घर के आसपास की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे की शिकायत लेकर थाने पहुंची छात्रा पूनम ने कभी सोचा भी नहीं था कि यहां से उसके सपनों को पंख मिल जाएंगे। छात्रा ने यहां अपनी पढ़ाई में आ रही समस्याएं भी बता दीं। फीस न दे पाने के कारण उसकी पढ़ाई बाधित हो रही थी। यह सुनकर वहां मौजूद एसपी आउटर अजीत सिन्हा ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए बेटी को आश्वस्त किया कि वह फिक्र न करे, अब पढ़ाई की जिम्मेदारी मेरी है।
घाटमपुर तहसील क्षेत्र के तहारापुर निवासी दृष्टि दिव्यांग मुन्ना सिंह के घर के आसपास की जमीन पर कुछ लोगों ने जानवर आदि बांधने शुरू कर दिए हैं। विरोध पर पड़ोसी अभद्रता करते हैं। शनिवार को कोतवाली में आयोजित समाधान दिवस में वह इसी शिकायत को लेकर इंटर में पढ़ने वाली अपने बड़ी बेटी पूनम के साथ आए थे।
जब छात्रा से पढ़ाई के बारे में पूछा
पीड़ित पिता ने शिकायत की तो एसपी आउटर ने इसी बीच छात्रा से पढ़ाई के बारे में पूछा। वह यह सुनकर भावुक हो गयी। उसने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह स्कूल नहीं जा रही है। कई महीनों की फीस बकाया है।
बकाया फीस की जानकारी कराई
एसपी आउटर ने बेटी की बात सुन मौजूद महिला एसआई सुनीता यादव को कालेज जाकर छात्रा की बकाए की फीस की जानकारी लेने को कहा। उन्होंने छात्रा को आश्वासन दिया कि पढ़ाई नहीं रुकेगी। उसकी बकाया फीस वह खुद देंगे। यह सुनकर छात्रा खुश हुई और एसपी आउटर को धन्यवाद दिया।