स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट का रास्ता साफ होने की उम्मीद
खेल सुविधा देने के बजाए फ्लैट बना दिए
नोएडा: नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की फंसी स्पोर्ट्स सिटी और रिक्रेशनल ग्रीन परियोजनाओं का रास्ता जल्द निकल सकता है. दोनों प्राधिकरण के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष इन मुद्दों को उठाया. मुख्यमंत्री इन परियोजनाओं को लेकर जल्द बैठक बुलाएंगे. उसमें इस पर फैसला होने की उम्मीद है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीआईसी में मोटो जीपी से जुड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक के बाद जीबीयू पहुंचे. यहां उन्होंने तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में तीनों प्राधिकरण के सीईओ शामिल हुए. अफसरों ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्पोर्ट्स सिटी और रिक्रेशनल ग्रीन परियोजनाओं को लेकर अपनी बात रखी. नोएडा स्पोर्ट्स सिटी का मुद्दा तो लखनऊ तक पहले ही पहुंच चुका है. ग्रेटर नोएडा का मामला अभी उच्च अधिकारियों के संज्ञान में नहीं आया था.
अधिकारियों ने इन परियोजनाओं केा लेकर मुख्यमंत्री को पूरी जानकारी दी. बताया कि किस तरह योजना लॉन्च की गईं. इसके बाद किस तरह से योजना फंसती चली गईं. इन परियोजनाओं की मौजूदा स्थिति क्या है. इन परियोजनाओं को किस तरह से पूरा किया जा सकता है. इन सभी बिंदुओं पर चर्चा की गई. अब तय हुआ है कि मुख्यमंत्री जल्द ही इन परियोजनाओं को लेकर बैठक बुलाएंगे. अधिकारी अपना प्रजेंटेशन देंगे. अधिकारी बैठक में योजनाओं को पूरा करने का रोड मैप भी बताएंगे. इस बैठक में तय किया जाएगा कि किस तरह से योजनाओं को पूरा किया जाए. अगर स्पोर्ट्स सिटी और रिक्रेशनल ग्रीन परियोजनाओं को पूरा किया जाता है तो सैकड़ों खरीदारों को राहत मिलेगी. साथ ही, प्राधिकरण का फंसा पैसा भी मिल सकता है.
खेल सुविधा देने के बजाए फ्लैट बना दिए
नोएडा के सेक्टर-78, 79, 101, 150 और 152 में स्पोर्ट्स सिटी परियोजनाएं हैं. इनमें बिल्डरों ने नियमों का उल्लंघन कर खेल सुविधाएं विकसित करने के बजाए फ्लैट बना दिए. इसके अलावा भूखंडों के कई सबडिवीजन कर मुनाफा कमाया. इनको लेकर सीएजी ने सवाल उठाए थे. सीएजी ने स्पोर्ट्स सिटी में करीब आठ हजार करोड़ रुपये का घोटाला होना बताया था. विधानसभा में सीएजी की रिपोर्ट रखे जाने के बाद अब इस मामले में लोक लेखा समिति सुनवाई कर रही है