वाराणसी: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद कोर्ट ने वजूखाना वाले एरिया को सील कर दिया है. वहीं आज जुमे की नमाज है. इसे लेकर अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने एक अपील पत्र जारी किया है. इस पत्र में कहा गया है कि कम से कम लोग जुमे की नमाज में शामिल हों. भीड़ न जुटाएं. बहुत बड़ी तादाद में नमाज़ के लिए आने से परहेज करें. हर बार की तरह इस बार भी जुमे की नमाज़ अपने-अपने मोहल्ले ही में अदा करें. साथ ही जो लोग नमाज़-ए-जुमा के लिए आएं, वह इस्तिजा (शौचालय) और वजू करके आएं, ताकि किसी तरह की दिक्कत न हो. साथ ही मस्जिद इंतजामिया को भी परेशानियों का सामना न करना पड़े.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में आज इस मामले में सुनवाई होगी. सुनवाई से पहले हिंदू पक्ष ने नोटिस के जवाब में हलफनामा दाखिल कर दिया है. इससे पहले शुक्रवार को सुनवाई टाल दी गई थी. साथ ही कोर्ट ने वाराणसी कोर्ट की कार्यवाही पर भी रोक लगा दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ज्ञानवापी के मसले पर तीन जजों की बेंच सुनवाई करेगी.
वहीं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज गुप्ता सर्वे रिपोर्ट को लेकर कहा कि लोकल कमिश्नर की रिपोर्ट किसी मामले में निष्कर्ष तक पहुंचने में मदद करती है. जहां तक रिपोर्ट का सवाल है, अगर कोर्ट के सामने रिपोर्ट को लेकर आपत्ति दाखिल की जाएगी, अगर कोर्ट को लगेगा तो वह कमिश्नर को बुलाकर पूछताछ कर सकता है. अगर रिपोर्ट स्वीकार हो जाती है तो यह प्रमाण का हिस्सा हो जाएगी. अगर कोर्ट को रिपोर्ट अधूरी या उसमें कोई कमी नजर आएगी, तो वह उसे रिजेक्ट भी कर सकता है.
ज्ञानवापी मस्जिद की दूसरी सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में सब्मिट कर दी गई है. कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह ने 12 पन्नों की रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी है. सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट में ज्ञानवापी के अंदर कमल, डमरू, त्रिशूल समेत अन्य चिन्ह मिलने का जिक्र किया गया है. दूसरी सर्वे रिपोर्ट में शिवलिंग/फव्वारे का जिक्र है. साथ ही मस्जिद के अंदर सनातन धर्म के कई प्रतीक चिन्ह (जैसे- कमल, त्रिशूल, डमरू आदि) मिलने का दावा किया गया है. बेसमेंट की दीवार पर भी सनातन धर्म के चिन्ह मिलने की बात सर्वे रिपोर्ट में कही गई है. कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह ने वीडियोग्राफी की चिप भी कोर्ट में जमा कर दी है.
साभार:आजतक