इलाहाबाद न्यूज़: जर्जर भवन को लेकर कई बार हुई घटनाओं पर सख्त प्रशासन की रोक का गुरूजी पर कोई असर नहीं है. अनहोनी की चिंता से बेफिक्र होकर जर्जर भवन में ही बच्चों को बैठाकर शिक्षण कार्य कर रहे हैं. जबकि अनहोनी हुई तो शिक्षक के साथ कई बच्चों की जान को खतरा हो सकता है.
रामपुर संग्रामगढ़ ब्लॉक में कुछ जर्जर भवनों में कक्षाएं चलाने को लेकर शिक्षकों की तरफ से मनमानी की जा रही है. जबकि जर्जर भवन जब तक कंडम घोषित नहीं किया गया था. तब तक जर्जर भवन में बैठने पर खुद की जान को खतरा बता रहे थे. अब प्रशासन से जर्जर भवन में शिक्षण कार्य के लिए पूरी तरह से रोक है तो उस समय जर्जर भवन जिसमें किसी भी समय दीवार व छत गिरने का खतरा है. ऐसे समय में उसी जर्जर भवन में बच्चों को बैठाकर शिक्षण कार्य किया जा रहा है. हालांकि ब्लॉक में 14 जर्जर भवनों का ध्वस्तीकरण हो गया है. लेकिन 12 जर्जर भवन जिनका ध्वस्तीकरण बाकी है. वहां यह लापरवाही की जा रही है. ऐसे में अनहोनी हुई तो शिक्षक के साथ दर्जनों की संख्या में बच्चों की भी जान को खतरा हो सकता है.
जर्जर भवन में बच्चों को बैठाने पर पूरी तरह से रोक है. इसके बाद भी यह मनमानी की गई है तो बिल्कुल गलत है. इसकी जानकारी कर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-रविशंकर उपाध्याय
बीईओ, रामपुर संग्रामगढ़