मुरादाबाद न्यूज़: जीएसटी की हेराफेरी को घटाकर टैक्स का खजाना भरने की जद्दोजहद में लगे वाणिज्य कर विभाग की निगाह में ईंट-भट्ठों पर सुलगने वाले कोयले के जरिये की जा रही टैक्स चोरी की चिंगारी फूटी है. विभाग सभी ईंट-भट्ठों को रडार पर लेकर कर चोरी की गुत्थी सुलझाने और संचालकों से टैक्स की वसूली की कवायद में जुट गया है.
वाणिज्य कर के मुरादाबाद जोन में विभाग की सरकसरी जांच से यह खुलासा किया गया है कि नई तकनीक के भट्ठों में अब कम कोयले की खपत से ज्यादा ईंटें बनाई जा रही हैं, जबकि, सभी भट्ठा संचालक पुरानी तकनीक के ही ईंटों की तरह कम उत्पादन दर्शाकर टैक्स चोरी अंजाम दे रहे हैं. वाणिज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन कमलेश्वर प्रसाद वर्मा ने बताया कि पुरानी तकनीक के भट्ठों में 17 मीट्रिक कोयल की खपत से एक लाख ईंटें तैयार हो पाती थीं, जबकि, आधुनिक तकनीक के भट्ठों में सिर्फ 11 मीट्रिक टन कोयले से ही एक लाख ईंटें बन रही हैं.
मंडल में पचास फीसदी से ज्यादा ईंट-भट्ठे अब नई तकनीक आधारित होने की बात सामने आई है. इसी के मद्देनजर कोयले की खपत पर मंडल के सभी एक हजार ईंट-भट्ठों की व्यापक रूप से जांच शुरू कराई जा रही है.