Muzaffarnagar: एसओजी के सिपाहियों ने मिलाई करने पहुंचे युवक की पिटाई की
किसानों ने थाने में दे दिया धरना
मुजफ्फरनगर: जिला कारागार में बंद एक रिश्तेदार से अपनी मां के साथ मिलाई करने पहुंचे युवक की एसओजी के सिपाहियों ने पिटाई कर दी, जिसके सिर में डंडा लगने से वह लहूलुहान हो गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही उसके परिजनों
ने भाकियू तोमर के जिलाध्यक्ष निखिल चौधरी को इसकी सूचना दी, तो सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ भाकियू जिलाध्यक्ष सिविल लाइन थाने में पहुंच गए और मारपीट के आरोपी सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव मिमलाना निवासी शहजाद मलिक भाकियू तोमर में प्रदेश उपाध्यक्ष है। शहजाद मलिक के पिता किसी मामले में जिला कारागार में बंद हैं। बताया जाता है कि शनिवार को शहजाद मलिक के भाई मुस्तुफा, अब्दुल समद व माता जेल में बंद पिता से मुलाकात करने के लिए जिला कारागार पर गये थे। आरोप है कि जब वह जेल के निकट रेलवे लाईन पर मन्दिर के पास बाईक खड़ी कर ही रहा था, तभी अचानक वहां पर एसओजी पुलिस की गाडी संख्या यूपी 32-0554 आई।
एसओजी ने मुस्तफा पर लाठी डंडो से हमला कर दिया, जिसके चलते मुस्तफा के सिर में काफी चोट आयी और मुस्तफा मौके पर ही बेहोश हो गया। जैसे ही मामले की सूचना भाकियू (तोमर) प्रदेश उपाध्यक्ष शहजाद मलिक को मिली तो उन्होंने ये खबर संगठन के जिलाध्यक्ष निखिल चौधरी को दी।
सूचना पर संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सिविल लाईन थाने में एकत्रित हो गये और हंगामा शुरू कर दिया। संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की मांग थी कि हमला करने वाले सिपाही पर तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज कराया जाये। धरने के बीच एसओजी प्रभारी सुभाष अत्री पहुंचे और उन्होंने घटना पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि जो घटना घटित हुई है वह अंजाने में हुई है। उन्होंने धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों से धरना समाप्त करने का आग्रह किया, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे।
चार घंटे तक धरना-प्रदर्शन चलता रहा, तो सीओ सिटी व्योम बिन्दल धरने पर पहुंचे और उन्होने धरने मे बैठे संगठन के जिलाध्यक्ष निखिल चौधरी और अन्य पदाधिकारियों से लगभग 20 मिनट वार्ता की। सीओ सिटी ने कहा कि उन्हें दस दिन का समय दे, जिसके बाद मामले की जांच कर मुकदमा दर्ज कर लिया जायेगा। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि जब तक मारपीट करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होगा, वह धरने से नहीं उठेंगे।
अधिकारियों के मुकदमा दर्ज किये जाने के आश्वासन के बाद ही मामला शांत हुआ। इस मौके पर नौशाद, मोनू धीमान, अमित, मोहम्मद साजिद, रिजवान, श्रवण, रमनदीप, रिजवान, फिरोज, शारूख, नीरज, पंकज, सुमित, मनीष चैधरी आदि मौजूद रहे।