ग्रेटर नोएडा को पांच जोन में बांटकर सफाई होगी

प्रत्येक जोन में सफाई का काम एक ही एजेंसी के जिम्मे होगा

Update: 2024-05-23 04:16 GMT

नोएडा: शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ग्रेटर नोएडा को पांच जोन में बांटा जाएगा. इसकी तैयारी चल रही है. एजेंसी का चयन कर अगले महीने से इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा. निविदा प्रक्रिया पहले ही जारी की जा चुकी है. नई व्यवस्था के तहत एक जोन में एक ही एजेंसी कूड़ा, सफाई और सूखे पत्ते उठाने सहित अन्य काम करेगी. ऐसे में एजेंसियां एक दूसरे पर अपनी जिम्मेदारी नहीं थोंप पाएंगी.

ग्रेटर नोएडा की साफ सफाई व्यवस्था इन दिनों पूरी तरह से पटरी से उतर गई है. गली से लेकर सेक्टर की मुख्य सड़कों और मार्केट में इधर- उधर फैली पड़ी गंदगी क्लीन एंड ग्रीन ग्रेटर नोएडा के दावे की पोल खोल रही है. स्थिति यह है कि कई- कई दिन तक कूड़ा नहीं उठाया जाता है. आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों द्वारा लगातार इस मुद्दे को उठाया जा रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को पांच जोन में बांटकर सफाई कराने की योजना बनाई है. इसके तहत अब एक जोन की साफ सफाई और डोर टू डोर कूड़ा उठाने, सूखी पत्तियों एवं मलबा उठाने की जिम्मेदारी एक ही एजेंसी को दी जाएगी. पूरे सेक्टर में एक ही एजेंसी को काम करना होगा. काम में लापरवाही बरतने पर उसी एजेंसी की जिम्मेदारी होगी. अभी एक सेक्टर में कूड़ा उठाने, झाडू लगाने और यहां तक की सूखी पत्तियां उठाने का ठेका अलग एजेंसी के पास हैं. इसी स्थिति में साफ सफाई की व्यवस्था में लापरवाही पाए जाने पर एजेंसियां एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोंप देती हैं. नई व्यवस्था के तहत पूरे सेक्टर में एक ही एजेंसी को काम करना होगा, यदि लापरवाही बरती जाती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी सड़कों पर उतर गए हैं. की सुबह ओएसडी संतोष कुमार ने सेक्टर- 36, 37, पाई-1 की सर्विस रोड, स्वर्णनगरी के अलावा ऐच्छर गांव का दौरा कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान पाई- 1 एवं सेक्टर- 36 के बीच की रोड पर गंदगी और ऐच्छर गांव में सफाई व्यवस्था सही न पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पर नाराजगी जाहिर की. वहीं सफाई व्यवस्था में लापरवाही पर दो फर्मों मैसर्स एजी एनवायरो इंफ्रा प्रोजेक्ट और मैसर्स एंटोनी वेस्ट हैंडलिंग सेल पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. सफाई का काम करने वाली एजेंसियों को कड़ी चेतावनी दी गई है.

अभी कई सेक्टरों में नहीं हो रही सफाई: अभी कई सेक्टरों और कुछ प्रमुख सड़कों की साफ सफाई को लेकर निविदा जारी नहीं की गई है. ऐसे में सफाई नहीं हो पा रही है. नई व्यवस्था में अब ऐसी 20 पॉकेट और 40 सड़कों को पहली बार निविदा प्रक्रिया में शामिल किया गया है.

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