अलीगढ़ न्यूज़: खैर रोड पर अलीगढ़ विकास प्राधिकरण द्वारा बसाई जाने वाली पहली हाउसिंग टाउनशिप तीन चरणों में लांच की जाएगी. पहले चरण की लांचिग 120 हेक्टेयर भूमि मिलने की सहमति मिलने पर होगी. अब तक एडीए को 80 काश्तकारों की सहमति मिल चुकी है.
खैर रोड पर एडीए द्वारा नोएडा की तर्ज पर आवासीय योजना विकसित किए जाने का प्लान तैयार किया गया है. इसके लिये लखनऊ की कंस्लटेंसी फर्म ने इंटीग्रेटेड हाउसिंग टाउनशिप की थ्रीडी डिजाइन व फोटोग्राफ्स तैयार किए हैं. अलीगढ़-पलवल हाइवे पर राजा महेन्द्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी, डिफेंस कॉरीडोर, ट्रांसपोर्ट नगर के नजदीक हाउसिंग टाउनशिप विकसित होगी. खैर रोड स्थित ग्राम मूसेपुर करीब जिरौली, जिरौली डोर, अटलपुर, अहमदाबाद, जतनपुर चिकावटी, रुस्तमपुर अखन व ल्हौसरा बिसावन में ज़मीन जुटाए जाने का कार्य शुरू हो चुका है. टाउनशिप के लिये एडीए द्वारा लखनऊ की फर्म से डिजाइन आदि तैयार कराई गई है. एडीए के मुताबिक ग्रेटर अलीगढ़ 30 सेक्टरों में विभाजित होगा. वहीं अलग-अलग श्रेणियों के फ्लैटों के टावर बनेंगे.
2007 के बाद से एडीए नहीं ला सका आवासीय योजना एडीए 2007 के बाद से आवासीय योजना नहीं ला सका है. पूर्व में अवंतिका को अलग-अलग चरण, शांति निकेतन, स्वर्ण जयंती विस्तार योजना को लांच किया जा चुका है. स्वर्ण जयंती नगर विस्तार में आज भी भूंखड़ खाली पड़े हैं. वहीं अब खैर रोड पर एडीए की प्रस्तावित आवासीय योजना काफी महत्वपूर्ण साबित होगी.
करीब 700 करोड़ मुआवाजा बांटने का अनुमान
300 हेक्टेयर जमीन आवासीय योजना के लिए लिए जाने पर एडीए करीब 700 करोड़ का मुआवजा वितरित करेगा. इस पूरी आवासीय योजना में 10 हजार से अधिक प्लॉट होंगे.
जेवर एयरपोर्ट शुरू होने से महत्वपूर्ण होगी टाउनशिप
खैर रोड का पूरा क्षेत्र केंद्र व प्रदेश सरकार की तमाम योजनाओं को लेकर प्राथमिकता में शामिल है. इसी रोड पर डिफेंस कॉरीडोर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी आदि प्रोजेक्ट बन रहे हैं. वहीं, दिल्ली-एनसीआर के लिये अलीगढ़ को यह हाईवे जोड़ता है. जेवर एयरपोर्ट की कनेक्विटी के लिये भी यही मार्ग मुख्य है. इन तमाम वजहों के चलते एडीए की हाउसिंग टाउनशिप काफी महत्त्वपूर्ण रहेगी.
खैर पर विकसित की जाने वाली आवासीय योजना के लिए अब तक 80 हेक्टेयर जमीन के लिए आपसी सहमित बन चुकी है. 120 हेक्टेयर पर सहमति बन जाने पर प्रथण चरण की लांचिंग कर दी जाएगी.
-अतुल वत्स, एडीए वीसी