लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार से राज्य में सूखे से परेशान किसानों की हर स्तर पर मदद करने की मांग की है। मायावती ने बृहस्पतिवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, "अपनी उपज का लाभकारी मूल्य व गन्ना बकाया आदि नहीं मिल पाने से उत्तर प्रदेश का किसान समाज पहले से ही काफी दुखी व परेशान है तथा कमजोर मानसून ने अब उनकी चिन्ताएं और भी बढ़ा दी हैं। किसानों को ऐसी विकट स्थिति से निकालने के लिये सरकार हर स्तर पर उनकी मदद तत्काल शुरू करे, बसपा की यह मांग है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, "उत्तर प्रदेश जैसे विशाल किसान समाज वाले प्रदेश में फसल सुरक्षा व भंडारण आदि के लिए अगले पांच वर्षों में 192 करोड़ अर्थात प्रति वर्ष मात्र करीब 38 करोड़ रुपए खर्च करने की ताज़ा घोषणा क्या ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर नहीं लगती है? सरकार इनकी भी उपेक्षा करना बंद करे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 62 जिलों में इस साल औसत से कम वर्षा हुई है। राज्य सरकार ने सूखे की स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में सर्वेक्षण कराने का आदेश दिया है, जिसकी रिपोर्ट 14 सितंबर तक शासन को भेजी जाएगी। वहीं सीएम योगी ने इसे लेकर ट्वीट कर कहा कि प्रिय अन्नदाता बंधुओं प्रदेश में औसत से कम बारिश होने से उत्पन्न परिस्थिति के प्रति आपकी सरकार संवेदनशील है। अग्रिम आदेशों तक किसानों से भू-राजस्व एवं राजकीय नलकूपों से होने वाली सिंचाई की वसूली स्थगित रहेगी। किसी भी किसान के ट्यूबवेल का बिजली कनेक्शन नहीं काटा जाएगा।