Gorakhpur: पुलिस हिस्ट्रीशीटर के घर दबिश देने पहुँची

पुलिस से उसके परिजनो ने नोकझोंक की

Update: 2024-08-07 05:06 GMT

गोरखपुर: बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र के बहसुआ गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर रमेश निषाद के घर की रात दबिश देने पहुंची पुलिस से उसके परिजनो ने नोकझोंक शुरू कर दी. परिजनों ने पुलिस से नोकझोंक का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया है.

बीते क्षेत्र के ग्राम पंचायत बहसुआ के प्रधान नारद पासवान को रास्ते में घेर कर हिस्ट्रीशीटर के सहयोगियों ने मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया. प्रधान की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व प्रधान विजय निषाद, हिस्ट्रीशीटर रमेश निषाद, राजेंद्र निषाद, नारद निषाद, गारद निषाद, सिंहासन निषाद, अजय निषाद सहित कुछ अज्ञात पर गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर शांति भंग में चालान किया था. पुन की रात क्षेत्र के रूदौली गांव स्थित बंधे के पास हिस्ट्रीशीटर व उनके सहयोगियों ने प्रधान के भाई भरतमुनि को मारपीट कर सिर फोड़ दिया और गंभीर रूप से घायल कर दिया. प्रधान नारद पासवान ने पुलिस को तहरीर दिया. जिसके बाद पुलिस हिस्ट्रीशीटर के घर दबिश देने गई थी. जिसके बाद परिजनो ने नोकझोंक किया. थानाध्यक्ष चंद्रभान सिंह ने कहा कि पूर्व में भी मारपीट हुई थी. इसमें मुकदमा लिखकर गिरफ्तारी की गई थी. की रात पुन प्रधान के भाई भरतमुनि को मारपीट कर घायल कर दिया गया. इसमें पुलिस दबिश देने गयी थी.

बदल रहा सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे का रूट: सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए पूर्व में तैयार कार्य योजना में बदलाव किया जा रहा है. ग्रीन लैंड की जमीनों को छोड़कर इसका निर्माण कराया जाएगा. इससे करीब चार किलोमीटर की दूरी बढ़ जाएगी. एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि परियोजना को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है. गोरखपुर लखनऊ के फोरलेन बाईपास से बसडीला गांव के पास गोरखपुर सिलीगुड़ी की शुरूआत होगी. गोरखपुर के अलावा कुशीनगर और देवरिया के गांवों की भूमि इसके लिए अधिग्रहित की जाएगी.

इसका काम भी शुरू हो गया है. लेकिन बीच में इस रूट पर ग्रीन बेल्ट निर्धारित होने की वजह से परियोजना में बदलाव किया जा रहा है. इसलिए जहां पूर्व में 111 गांवों की जमीन अधिग्रहित होनी थी. अब परियोजना के लिए कम से कम 115 गांवों की जमीनें ली जाएंगी. पूर्व में इसमें गोरखपुर जनपद के 14, कुशीनगर के 74 और देवरिया के 23 गांव शामिल किए गए थे. भारत माला परियोजना के तहत गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक एक्सप्रेस वे के निर्माण पर करीब 32000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. सिक्सलेन के अनुसार इसकी चौड़ाई 75 मीटर रखी जाएगी. बता दें कि बीते दिनों दिल्ली मुख्यालय से आए एनएचएआई के जीएम ने इस संबंध में अधिकारियों से चर्चा की थी.

इस संबंध में एनएचएआई गोरखपुर पीआईयू के परियोजना निदेशक ललित प्रताप पाल ने कहा कि बारिश का सीजन खत्म होने के बाद आगे के काम में तेजी आएगी. परियोजना की रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेजी जाएगी.

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