Gorakhpur: कंपनियों ने सुरक्षा के हाईटेक उत्पादों को मार्केट में उतारा
सुरक्षा के हाईटेक इंतजाम ‘जागते रहो’ से अधिक भरोसेमंद
गोरखपुर: बैंक का सायरन बजता रहता है, पुलिस समय से नहीं पहुंच पाती है. कभी प्रतिष्ठान का कर्मचारी ही मुखबिर बन 45 लाख की चोरी करा देता है. ऐसी घटनाओं से सबक लेकर तमाम ऐसे लोग हैं, जो सुरक्षा के हाइटेक इंतजाम पर अधिक भरोसा कर रहे हैं. व्यापारी से लेकर एकल परिवारों की जरूरतों को समझते हुए कंपनियों ने सुरक्षा के हाईटेक उत्पादों को मार्केट में उतारा है. बाजार में अलार्म लॉक से लेकर वाईफाई कनेक्शन वाले सुरक्षा उपकरण लोगों को ‘जागते रहो’ का अहसास करा रहे हैं.
विजय चौक स्थित इलेक्ट्रिक उत्पादों के बड़े कारोबारी का गोदाम कूड़ाघाट में है. उन्होंने गोदाम के मुख्य दरवाजे पर वाईफाई से कनेक्ट ऐसा उपकरण लगा रखा है, जिससे गेट खुलते ही स्मार्ट फोन पर अलर्ट आ जाता है. यह उपकरण सीसीटीवी से भी कनेक्ट है. संकट में तत्काल मोबाइल पर सारी गतिविधियों को लाइव देखा जा सकता है.
अब कारोबारी ने मुख्य गेट पर अलार्म लॉक लगा दिया है. यह सेंसर आधारित ऐसा ताला है, जिसे छूते ही सायरन बजने लगता है. इसकी आवाज 100 से 125 मीटर तक आसानी से सुनाई देती है. शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी आनंद रूंगटा बताते हैं कि ‘अलार्म लॉक (ताला) 300 से 500 रुपये के रेंज में आता है. इसका लाभ यह है कि सायरन बजने से अवांछित तत्व तत्काल असहज होगा. जिससे अनहोनी से बचाव की संभावना काफी अधिक है.’ सुरक्षा को लेकर शटर सिक्योरिटी अलार्म का भी चलन बढ़ा है. इन्फ्रारेड सेंसर से काम करने वाला अलार्म अपने मालिक को तत्काल अनहोनी से सचेत करता है. कारोबारी अक्षत कुमार बताते हैं कि यह सेट 1500 से 2000 रुपये में फिट हो जाता है. सीसीटीवी कैमरा और सुरक्षा उपकरणों के कारोबार से जुड़े नितिन जायसवाल जीपीएस और वाईफाई से कनेक्ट सुरक्षा उपकरण काफी कारगर साबित हो रहा है. मोशन डिटेक्शन कैमरा भी आ रहा है.
यह मानव और जानवर का भेद कर सकता है. 500 से लेकर 5000 रुपये की लागत में लगने वाले इन उपकरणों से बड़ी घटनाओं को रोका जा रहा है.