Gorakhpur: आंखों की रोशनी जाने पर यातनाएं देने का आरोप

"रिश्तेदारों ने महिला को बंधन मुक्त कराया"

Update: 2024-12-28 07:54 GMT

गोरखपुर: बेटी पैदा होने के दौरान आंखों की रोशनी जाने पर महिला को यातनाएं देने का मामला सामने आया है. रिश्तेदारों ने महिला को बंधन मुक्त कराया. इसके बाद पीड़िता ने परिजनों को आपबीती सुनाई. पुलिस कमिश्नर के आदेश पर पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुट गई है.

कस्बा निवाड़ी निवासी सतीश त्यागी ने बताया कि 2003 में पुत्री रिंकी की शादी लोनी के मंडोला निवासी राजन त्यागी से की थी. बेटी पैदा होने पर सही इलाज नहीं मिलने पर रिंकी की आंख की रोशनी चली गई. आरोप है कि इसके बाद ससुराल पक्ष के लोग उसे परेशान करने लगे. सन 2018 में बेटा पैदा होने के बाद ससुरालियों ने रिंकी को मायके भेज दिया है. 24 अप्रैल 2024 में रिश्तेदारों के दबाव में पति उसे साथ ले गया. पीड़िता का आरोप है कि ससुराल जाने के बाद महिला को एक कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद मारपीट की गई और कई दिन तक भूखा रखा गया. इसके अलावा और भी यातनाएं दी जाती थीं.

पुलिस कमिश्नर के आदेश पर केस दर्ज: परिजनों का कहना है कि मामले की जानकारी होने पर उन्होंने अपने रिश्तेदारों की मदद से रिंकी को बंधकमुक्त कराया. इसके बाद पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई. पुलिस कमिश्नर ने मामले का संज्ञान लेकर पुलिस को केस दर्ज करने के आदेश दिए. एसीपी ने बताया कि निवाड़ी थाने में महिला की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Tags:    

Similar News

-->