इलाहाबाद न्यूज़: उमेश पाल हत्याकांड में फरार पांच लाख के इनामी गुलाम के घर को जमींदोज कर दिया गया. शूटर गुलाम ने उमेश पाल की हत्या से 10 साल पहले सिविल लाइंस में दिनदहाड़े नगर निगम के ठेकेदार की हत्या कर सनसनी फैला दी थी. फरार गुलाम पर धूमनगंज, सिविल लाइंस, शिवकुटी और जार्जटाउन थाने में हत्या, साजिश, धमकी और जानलेवा हमले समेत आठ मुकदमे दर्ज हैं. दस साल में दोनों सनसनीखेज हत्याओं को अंजाम देने वाले गुलाम की तलाश में कई टीमें लगी हैं.
24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की हत्या से पूर्व शूटर गुलाम उसके घर के पास पहुंच गया था. वहीं पर इलेक्ट्रॉनिक की दुकान पर सामान खरीदने का नाटक करने लगा. टोपी पहने गुलाम दुकानदार से बातचीत करने लगा. वह दुकानदार से वही सामान मांग रहा था, जो उसकी दुकान में नहीं था. जैसे ही उमेश पाल वहां पहुंचा, उस पर सड़क पर पहले से मौजूद शूटर उस्मान ने पहली गोली दाग दी. फायरिंग की आवाज सुनकर दुकान से निकलते ही गुलाम ने उमेश और पुलिसकर्मियों पर गोलियों की बौछार कर दी. वारदात को अंजाम देने के बाद वह भाग निकला और आज तक पकड़ा नहीं गया. उमेश की हत्या से 10 साल पहले 30 अप्रैल 2013 को गुलाम ने नगर निगम के ठेकेदार चंदन सिंह को सिविल लाइंस में गोली मारकर सनसनी फैलाई थी. इस हत्या में गुलाम पकड़ा गया और लगभग साढ़े तीन साल तक जेल में रहा. उसके खिलाफ धमकी और जानलेवा हमले का केस भी दर्ज हुआ था. ठठेरी बाजार निवासी चंदन सिंह नगर निगम में ठेकेदारी करता था. 30 अप्रैल की शाम पौने छह बजे चंदन एक दोस्त के साथ नवाब यूसुफ रोड स्थित रॉयल होटल चौराहे पर पहुंचा. नगर निगम के पीछे होटल पर दोनों बैठे थे. गुलाम ने साथी संग चंदन की गोली मारकर हत्या कर दी थी.