Ghaziabad: विदेश में निर्यात बढ़ने से भारत की बड़ी पहचान बनी: गिरिराज सिंह
टेक्सटाइल में 300 करोड़ डॉलर का निर्यात हुआ
गाजियाबाद: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को यहां कहा कि 2014 के बाद टेक्सटाइल की दिशा में बड़ी क्रांति आई है। निर्यात बढ़ने से विदेश में भी भारत की बड़ी पहचान बनी है। टेक्सटाइल में 300 करोड़ डॉलर का निर्यात हुआ है। 2030 में यह लक्ष्य पांच गुना तक बढ़ जाएगा। जो अपने आप में बड़ी उपलिब्ध है। इस क्षेत्र में कार्बन फाइबर पर तेजी से काम हो रहा है। गिरिराज सिंह निटरा (नॉर्दर्न इंडिया टेक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन) के राष्ट्रीय तकनीकी सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने निटरा के नॉन वूमेन व फाइबर स्पिनिंग प्लांट का फीता काटकर उद्घाटन किया। इसके उपरान्त कहा कि टेक्सटाइल के क्षेत्र में कई संस्थाएं काम कर रही हैं, लेकिन निटरा फाइबर तकनीक पर रिसर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले इस पर किसी ने भी काम नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ने 1500 करोड़ रुपये टेक्सटाइल रिसर्च के लिए दिए हैं। 12 स्टार्टअप सरकार शुरू कर चुकी है। इनकी संख्या बढ़कर जल्द ही 150 होने वाली है।
उन्होंने कहा कि नायलॉन और फाइबर का उत्पादन बढ़ाने के साथ उसकी गुणवत्ता के सुधार पर भी वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। नायलॉन, टायर बनाने में भी काम आता है। निटरा में 25 साल की अवधि पूरा कर चुके 25 कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। निटरा के चेयरमैन विदित जैन, डिप्टी चेयरमैन संदीप होरा, डॉ. प्रकाश वासुदेवन, सिटरा के निदेशक प्रग्नेश शाह, निटरा के महानिदेशक अरिंदम बासु, वस्त्र मंत्रालय के राजीव सक्सेना, संजय गुप्ता, रूप राशि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर निटरा के वैज्ञानिकों ने कपड़े की गुणवत्ता सुधार और कम समय में अधिक उत्पादन देने वालीं मशीनों की भी प्रदर्शनी में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने सेना के जवानों के लिए बनाए गए कपड़ों का प्रदर्शन किया। अधिक सर्दी और गर्मी में त्वचा को राहत पहुंचाने वाले कपड़ों के बारे में भी उन्होंने प्रदर्शनी में जानकारी दी। खादी के कपड़ों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।