Noida: मंडी समिति में कैंटीन संचालक का ठेका निरस्त हुआ
"2023 में भी यह ठेका निरस्त हुआ था"
नोएडा: मंडी समिति में कैंटीन का ठेका निरस्त कर दिया गया है. मंडी समिति की सभापति सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव ने यह एक्शन लिया है. बताया कि 2023 में भी यह ठेका निरस्त हुआ था पर उसे निदेशालय से बहाल करवा लिया था. कैंटीन बिना लाइसेंस के चल रही थी.
मंडी समिति में ठेका संचालक पर यह आरोप है वह अपनी कैंटीन के आसपास तमाम अवैध ठेले लगवा कर उनसे अवैध वसूली की जाती है. इस शिकायत की जांच की तो जांच में यह सही पाया गया. सभापति किंशुक श्रीवास्तव ने मौके पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम बुला कर कैंटीन के खाद्य पदार्थों की जांच भी करवाई. टीम ने सैंपल लेकर जांच को भेजे हैं. इसी दौरान यह भी पता चला कि उक्त कैंटीन का खाद्य सुरक्षा विभाग का लाइसेंस भी नहीं था पूर्व में था उसे रेन्युवल नहीं करवाया गया. अवैध ढंग से ठेले लगवाने और उगाही के आरोपों के बाद उक्त कैंटीन संचालक विवेक सिंह का ठेका निरस्त कर दिया गया है. इससे पहले भी भी आरोपों में घिरे कैंटीन संचालक का ठेका 2023 में निरस्त हुआ था तब उसे निदेशालय से बहाल करवा लिया गया था. इसकी तिथि जल्द जारी की जाएगी.आढ़तियों और किसानों की सहूलियत के लिहाज से कैंटीन की व्यवस्था को बेहतर किया जाएगा. फिलहाल मंडी समिति मझोला में कैंटीन का काम बंद करवा दिया गया है. इसके साथ ही यहां जांच के दौरान एक व्यक्ति को परिसर में जुआ खेलते पकड़ा गया. उसके विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है.
ठेका के नाम पर 5.50 लाख ठगे: थाना सिविल लाइंस के मोहल्ला काजीपुरा वार्ड 10 निवासी मोहम्मद शमीम मैसर्स अफजल बिल्डर्स एंड जनरल सपलायर नाम से फर्म चलाते हैं. 2023 में वीर सिंह ने अमित से शमीम की लखनऊ में बुलाकर मुलाकात कराई. बातचीत में अमित श्रीवास्तव ने करीब दो करोड़ रुपये का काम मुरादाबाद और संभल में कराने की बात कही. बाद में सप्लाई के लिए सिक्योरिटी मनी के रूप में 3 लाख 50 हजार रुपये जमा कर दो. इसके बाद अलग-अलग तारीख में अमित ने कुल पांच लाख 50 हजार शमीम से ले लिए. पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज किया है.