Ghaziabad: मकानों में अवैध फैक्टरियों और गोदामों से आग लगने का खतरा
हादसा हुआ तो बड़ा नुकसान होगा
गाजियाबाद: क्षेत्र में लोनी जैसे हालात कभी भी बन सकते हैं. यहां बड़े पैमाने पर लोगों ने घरों में अवैध से गोदाम और फैक्टरियां बना रखी हैं, जहां ज्वलनशील सामान रहता है. टीला मोड़, भोपुरा, पसौंडा, कृष्णा विहार कुटी, राम विहार के अलावा कई ऐसे स्थान हैं, जहां छोटी सी चिंगारी बड़े अग्निकांड का रूप ले सकती है. हादसा हुआ तो बड़ा नुकसान होगा.
टीला मोड़ क्षेत्र में कई स्थानों पर पन्नी के गोदाम हैं. कुछ गोदाम खुले में तो कुछ मकानों में बने हैं. यहां कबाड़ का काम करने वाले लोग भी रहते हैं. पूर्व में गोदामों में आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं. इस दौरान धमाके भी हुए हैं, लेकिन बड़ी जनहानि नहीं हुई. इस कारण लोगों ने अवैध रूप से मकानों को गोदाम बना लिया है. शालीमार गार्डन में बंगाली कॉलोनी के अलावा साहिबाबाद के शहीदनगर में भी ऐसे गोदाम बड़ी तादाद में मिल जाएंगे. यहां ज्वलनशील सामान रखा है.
खोड़ा की बात की जाए तो वहां भी बड़े पैमाने पर इस तरह का अवैध कार्य किया जा रहा. लगातार चेताने के बाद भी लोग मनमानी करते हैं. ऐसे में खुद के अलावा आसपास रहने वाले लोगों की जान को भी जोखिम है.
समय पर देते सूचना तो बच सकती भी पांच लोगों की जान मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि विभाग को आग की सूचना करीब पौने नौ बजे दी गई थी. आग आठ बजे के आसपास ही लग गई थी. शुरू में लोगों ने खुद ही आग पर काबू पाने का प्रयास किया था, लेकिन फोम की वजह से आग बढ़ती गई और फिर दमकल को सूचना दी गई. यदि आग लगते समय ही सूचना दे दी जाती तो शायद पांच लोगों की जान बच सकती थी.
मकान को किया सील हादसे के बाद पुलिस ने मकान को सील कर दिया गया है. अब जांच पूरी होने तक मकान सील ही रहेगा. पुलिस की तरफ से भी इस मामले में कई बिदुंओं पर जांच की जा रही है. यह पता लगाया जा रहा है आखिर आग शार्ट सर्किट की वजह से ही लगी या फिर आग लगने का कोई कारण रहा.