Gaziabad: लावारिस कुत्तों की नसबंदी के लिए तीसरा एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा
शासन को प्रस्ताव बनाकर भी भेज दिया गया
गाजियाबाद: लावारिस कुत्तों की नसबंदी के लिए शहर में तीसरा एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसी) बनाया जाएगा. इसके लिए नगर निगम ने सिद्धार्थ विहार में जमीन चिह्नित कर ली है. शासन को प्रस्ताव बनाकर भी भेज दिया गया. दूसरा एबीसी सेंटर नए बस अड्डे के पास बनाया जा रहा है. यह फरवरी तक तैयार हो जाएगा.
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि शहर में लावारिस कुत्तों की दहशत बढ़ती जा रही है. रोजाना लोगों को कुत्ते काट रहे हैं. सरकारी अस्पताल में हर रोज 200 से ज्यादा लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं. सोसाइटी और कॉलोनी में लावारिस कुत्तों का ज्यादा आतंक रहता है. महिलाओं और बच्चों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है.
लोग निगम से कुत्तों की अधिक से अधिक नसबंदी कराने की मांग कर रहे हैं. फिलहाल नंदग्राम में ही एबीसी सेंटर चल रहा है. सेंटर छोटा होने से उसमें एक दिन में 25 से कुत्तों की नसबंदी हो रही है. नगर निगम ने नया एबीसी सेंटर बनाने की डीपीआर शासन को भेजी थी. इसे मंजूर कर 1.80 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत कर लिया. नया एबीसी सेंटर नए बस अड्डे के पास बनाया जा रहा है. निर्माण कार्य फरवरी तक पूरा हो जाएगा. इसके अलावा नगर निगम ने तीसरे एबीसी सेंटर बनाने की तैयारी भी शुरू कर दी है. इसके लिए सिद्धार्थ विहार में जमीन तलाश कर ली है. नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया एबीसी सेंटर बनाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है.
रोजाना 50 से 60 कुत्तों की नसबंदी होगी: नए एबीसी सेंटर में रोजाना 50 से 60 कुत्तों की रोजाना नसबंदी होगी. बता दें कि निगम ने वर्ष 2013 में कुत्तों की नसबंदी करानी शुरू की थी. जिस समय कुत्तों की नसबंदी शुरू हुई तब उनकी संख्या 20 से 25 हजार थी. मौजूदा समय में लावारिस कुत्तों की संख्या 60 हजार के आसपास है. यानी की नसबंदी के बाद भी कुत्तों की संख्या बढ़ती रही. वर्ष 2013 से 2019 तक 17,702 कुत्तों की नसबंदी हुई. इसके बाद कुत्तों की नसबंदी का काम धीमा हो गया. वर्ष 2020 से 2022 तक केवल 4 कुत्तों की नसबंदी हो सकी. निगम नसबंदी का काम गैर सरकारी संस्था से कराता है.
फरवरी में शुरू होगा दूसरा केंद्र: निगम के उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. अनुज सिंह ने बताया कि दूसरा एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर नए बस अड्डे के पास बनाया जा रहा है. यह फरवरी तक तैयार हो जाएगा. इसके शुरू होने से कुत्तों की नसबंदी में तेजी आएगी. जल निगम की निर्माण इकाई निर्माण कार्य कर रही है.