Gaziabad: मेडिकल कॉलेज में कंडोलेंस के कारण ओपीडी बंद रही
शोक के कारण बंद रही ओपीडी
गाजियाबाद: मेडिकल कॉलेज के पर्चा काउंटर पर तैनात कर्मचारी की मौत के बाद हुए कंडोलेंस के कारण ओपीडी बंद रही. यहां अगल-बगल के जिलों के साथ जनपद के विभिन्न कोने से मरीज इलाज के लिए आते है. बड़ी संख्या में इलाज व जांच के लिए आये मरीज लौटते दिखाई दिए.
ओपीडी में ताला बंद रहा. यहां आने वाले मरीजों व तीमारदारों को इसकी जानकारी देने वाला कोई नहीं था. तीमारदार अगल-बगल में मौजूद लोगो से ओपीडी के बंद होने की जानकारी ले रहे थे. लेकिन कोई सही जानकारी नहीं दे पा रहा था. इमरजेंसी व वार्डो से सामने तैनात गार्ड मरीजों को ओपीडी बंद होने तथा को इलाज के लिए आने के बारे में बता रहे थे. बीकापुर से आयी शांति देवी का कहना था वह इतनी दूर से किराया खर्च करके केवल दवा लेने के लिए आयी थी. लेकिन आज न तो दवा मिली व न डाक्टर ने देखा. शहर के रिकाबगंज की गीता देवी अपने बेटे की जांच के लिए आयी थी. लेकिन उन्हें भी वापस लौटना पड़ा.
वहीं कर्मचारी की मौत को लेकर मेडिकल कालेज प्रशासन दोपहर एक बजे मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ ज्ञानेन्द्र कुमार ने डाक्टर व मेडिकल स्टाफ के साथ बैठक की.
निरीक्षण कोे पहुंचे सीएमओ इलाज में देर होने पर हंगामा
सीएमओ संजय जैन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर पहुंचे और करीब डेढ़ घंटे तक निरीक्षण किया. इसी दौरान थाना क्षेत्र में एक युवक दुर्घटना का शिकार हो गया . उसे लेकर परिजन अस्पताल पहुंचे व इलाज में देरी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया.
सीएमओ बचाव में उतरे और परिजनों को शांत कराते हुए संबंधित कर्मचारियों को सही से इलाज करने का निर्देश दिए. पहले उन्होंने सीएची पहुंचते ही सीएमओ ने इमरजेंसी वार्ड, एक्स- रे कक्ष, दंत कक्ष, प्रसव रूम, हेल्थ एटीएम, लैब, ओपीडी पर्ची काउंटर आदि का निरीक्षण किया. प्रसव रूम में पहुंचकर सिजेरियन डॉक्टर गुंजन यादव से नवजातों के बारे में पूछताछ की . कहा आपके पास जितने संसाधन है उसी में बेहतर से बेहतर करने की कोशिश करें . प्रसव कक्ष में पहुंचकर ट्रेनी डॉक्टर को बुलाकर सीएमओ ने खुद हाथ में नवजातों को उठा नवजातों से संबंधित हर बिंदु पर चर्चा की.