Gaziabad: जिम ट्रेनर ने सोसाइटी की इमारत से कूदकर जान दी
पुलिस की जांच जारी
गाजियाबाद: सोसाइटियों की इमारतों से कूदकर दो ने जान दे दी. क्रॉसिंग रिपब्लिक की सेवियर ग्रीनाइल सोसायटी में युवक आठवीं मंजिल से कूद गया. वही, वैशाली में घरेलू सहायिका ने बहुमंजिला इमारत की नौवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. पुलिस दोनों मामलों में जांच कर रही है.
एसीपी वेव सिटी लिपि नगायच ने बताया कि देर रात सूचना मिली कि सेवियर ग्रीनाइल सोसायटी में एक युवक ने आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली है. मृतक की शिनाख्त मोदीनगर थानाक्षेत्र के गांव बेगमाबाद बुढ़ाना निवासी 30 वर्षीय विकास के रूप में हुई. विकास क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में ही एक जिम में ट्रेनर था. वह अपने तीन साथियों के साथ सेवियर ग्रीनाइल सोसाइटी के फ्लैट में रहता था. विकास के साथ रहने वाले युवकों ने बताया कि रात करीब साढ़े 11 बजे सभी लोग सो गए थे. देर रात विकास के मोबाइल पर फोन आया, जिसके बाद उसे बालकनी में जाते हुए देखा था. बालकनी में जाने के बाद किसी को कुछ पता नहीं है. कुछ देर बाद सोसाइटी का गार्ड आया, जिसने विकास के बालकनी से गिरने की जानकारी दी.
वहीं, पारिवारिक विवाद के बाद घरेलू सहायिका ने बहुमंजिला इमारत की नौवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. मूलरूप से सीतापुर निवासी दिग्विजय वैशाली सेक्टर एक स्थित बुधविहार में परिवार के साथ हैं. उनकी छोटी बेटी 20 वर्षीय मोहिनी नीलपदम कुंज सोसाइटी में कई घरों में काम करती थी. रात पुलिस को सूचना मिली कि सोसाइटी में घरेलू सहायिका नौवीं मंजिल से गिर गई है. उसे तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि मोहिनी ने नौवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या की है.
मोबाइल की सीडीआर निकलवाई जाएगी
एसीपी का कहना है कि विकास तीन भाइयों में सबसे छोटा था. एसीपी के मुताबिक प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है. फिलहाल परिजनों ने भी कोई जानकारी होने से इनकार किया है. कारण पता करने के लिए मोबाइल खंगाला जाएगा और सीडीआर भी निकलवाई जाएगी.
लिफ्ट में परेशान थी, बार-बार दबा रही थी बटन
पुलिस का कहना है कि जिस समय मोहिनी लिफ्ट में जा रही थी लिफ्ट में ऑनलाइन सामान की डिलीवरी करने वाले दो युवक थी सवार थे, लेकिन वह पांचवीं मंजिल पर उतर गए. एक डिलीवरी ब्वॉय ने पुलिस को बताया कि वह लिफ्ट में काफी परेशान नजर आ रही थी और बार-बार लिफ्ट का बटन दबा रही थी. पुलिस जांच में सामने आया है कि मोहिनी अपने पास मोबाइल नहीं रखती थी. घर पास होने और आने-जाने का समय निश्चित होने के चलते उसे फोन नहीं दिया गया था.
मनो चिकित्सक डॉ. संजीव त्यागी का कहना है कि कोई भी व्यक्ति आत्महत्या जैसा बड़ा कदम अचानक नहीं उठाता. वह लंबे समय से आत्महत्या करने के बारे में सोच रहा होता है. ऐसे में आसपास रहने वाले लोगों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है. अगर किसी व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन जैसे चिड़चिड़ापन या अकेलापन देखें तो तुरंत उससे बात करें. अकेलापन किसी भी आदमी को आत्महत्या की ओर अग्रसर कर देता है.