गाजियाबाद: जीडीए नए साल में 161 आवंटियों को भूखंड देने की तैयारी कर रहा है. ये भूखंड मधुबन बापूधाम योजना में दूसरे स्थाना पर हस्तांतरित किए जा रहे हैं.
जीडीए ने वर्ष 2004 में 1,234 एकड़ जमीन पर मधुबन बापूधाम योजना लॉन्च की थी. फिर 800 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने के बाद इसका विकास किया गया. इसके साथ ही वर्ष 2011 में विभिन्न पॉकेट में करीब 1,863 भूखंडों की योजना निकाली. खरीदारों के फॉर्म भरने के बाद उन्हें प्रक्रिया पूरी कर आवंटन भी कर दिया गया. इसी दौरान करीब 161 आवंटियों को श्मशान और कब्रिस्तान के पास भूखंड आवंटित कर दिए. इन आवंटियों को भूखंड किस जगह है, इसका पता नहीं चल सका. इस कारण ज्यादातर आवंटियों ने भूखंड का सारा पैसा प्राधिकरण में जमा करा दिया और रजिस्ट्री भी करा ली. आवंटियों ने मौके पर जाकर देखा तो पता चला कि यह भूखंड श्मशान और कब्रिस्तान के पास है. उसी समय से आवंटी इन भूखंडों को हस्तांतरण करने या पैसे वापस करने का दबाव प्राधिकरण पर बना रहे हैं. करीब ढाई साल पहले जीडीए के तत्कालीन उपाध्यक्ष ने इन्हें हस्तांतरण करने की योजना तैयार करने के निर्देश दिए थे, तभी से संपत्ति, अभियंत्रण और नियोजन विभाग इसकी योजना बना रहे हैं. जीडीए अधिकारी बताते हैं कि आवंटियों की शिकायत का संज्ञान लेने के बाद जीडीए भी इन भूखंडों का हस्तांतरण करने की प्रक्रिया पर काम कर रहा है.
साइट प्लान तैयार हो रहा: करीब ढाई साल पहले जीडीए के तत्कालीन उपाध्यक्ष के निर्देश पर प्राधिकरण के तीन विभाग संपत्ति, अभियंत्रण और नियोजन के अधिकारी सिर्फ कागजों पर पत्राचार ही कर रहे हैं, जो लगभग पूरा हो चुका है. अधिकारियों का दावा है कि साइट प्लान बनाने और भूखंड सृजित करने का काम किया जा रहा है.