Gaziabad: उद्यमी एक छत के नीचे उत्पाद की गुणवत्ता परख सकेंगे
जनपद में 15 करोड़ रुपये की लागत से कॉमन फेसिलिटी सेंटर खोला गया
गाजियाबाद: गाजियाबाद के उद्यमी एक छत के नीचे अपने उत्पाद की गुणवत्ता परख सकेंगे. उत्पादों के डिजाइन तैयार कराने के साथ क्लाविटी कंट्रोल की भी जांच हो सकेगी. इसके लिए जनपद में 15 करोड़ रुपये की लागत से कॉमन फेसिलिटी सेंटर खोला गया है.
गाजियाबाद में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग की छोटी-बड़ी एक लाख से अधिक औद्योगिक इकाइयां जिला उद्योग केंद्र में पंजीकृत हैं. जबकि इसमें 45 हजार से अधिक मैन्युफेक्चरिंग इकाइयां हैं. उद्यमी बताते हैं कि एक जनपद एक उद्योग के तहत गाजियाबाद के इंजीनियरिंग गुड्स का चयन होने के बाद से लगातार इकाइयों में इजाफा हुआ है. इस कारण उद्यमी कई साल से कॉमन फेसिलिटी सेंटर की मांग कर रहे थे. संयुक्त आयुक्त वीरेंद्र कुमार की ओर से प्रस्ताव शासन को भेजा गया. शासन ने 14 जुलाई 2021 को इसे स्वीकृत किया था, जिसका लोकार्पण 18 सितंबर 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. सीएफसी अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज में अब शुरू हो गया है.
खोड़ा में गंगाजल प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया निरस्त: जल निगम ने 187 करोड़ की गंगाजल परियोजना की टेडर प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया है. इस माह एक कंपनी का खोड़ा में गंगाजल मुहैया करवाने के लिए चयन होना था, लेकिन जल निगम ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए टेंडर प्रक्रिया को निरस्त कर दिया.
टेंडर प्रक्रिया के निरस्त होने के बाद एक बार फिर से खोड़ा के निवासियों को निराशा हाथ लगी है. चुनाव आचार संहिता हटने के बाद फिर से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसमें दोबारा से चार से पांच महीने का समय लगेगा. खोड़ा में गंगाजल मुहैया करवाने के लिए शासन की तरफ से 187 करोड़ की स्वीकृति देने के बाद जल निगम ने टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी, जिसके बाद छह कंपनियों ने टेंडर लेने के लिए आवेदन किया. जल निगम ने छह में से चार कंपनियों को अपात्र घोषित कर आवेदन निरस्त कर दिया. जल निगम ने दो कंपनियों का पात्र घोषित किया. प्रक्रिया के लिए तीन कंपनियों को पात्र घोषित होना जरूरी होता है, इसलिए टेंडर प्रक्रिया को ही निरस्त कर दिया.