गाजियाबाद: राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले कंपनी के लीगल एडवाइजर के घर से लाखों के जेवर चोरी करने वाली घरेलू सहायिका और उसके पति को नंदग्राम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी दंपति के कब्जे से साढ़े नौ लाख रुपये के जेवर और जेवर बेचने के बदले मिली रकम में से 60 हजार रुपये बरामद हुए हैं. घरेलू सहायिका ने बताया कि उसने धीरे-धीरे जेवर गायब करने शुरू कर दिए और फिर अचानक नौकरी छोड़ दी.
नंदग्राम के कार्यवाहक एसीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि राजनगर एक्सटेंशन की केडीपी ग्रैंड सवाना सोसाइटी में रहने वाले जितेन्द्र कुमार त्यागी और उनकी पत्नी नोएडा स्थित कंपनी में लीगल एडवाइजर के तौर पर काम करते हैं. उनका एक बेटा है. जितेन्द्र त्यागी के घर में नंदग्राम थानाक्षेत्र के गांव गढ़ी निवासी मोनी नामक महिला एक साल से घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रही थी. कुछ दिनों पहले उसने काम छोड़ दिया था. एसीपी ने बताया कि जितेन्द्र त्यागी ने 15 को नंदग्राम थाने में अपने घर में हुई चोरी के संबंध में तहरीर दी. इसमें जितेन्द्र का कहना था कि 12 को उनकी पत्नी ने अलमारी में रखे अपने जेवरात चेक किए तो वह गायब थे. पुलिस की मानें तो जितेन्द्र त्यागी ने अपनी घरेलू सहायिका पर शक जाहिर किया था. अस आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच की और मोनी और उसके पति अजय को गिरफ्तार कर लिया.
पत्नी के हत्यारे को आजीवन कारावास: पत्नी की गोली मारकर हत्या करने वाले पति को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. हत्यारे पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
जिला शासकीय अधिवक्ता राजेश चंद्र शर्मा ने बताया कि एक अगस्त 2015 को सलमा ने ट्रोनिका सिटी थाने में शिकायत देकर कहा कि उनकी बेटी अजरा की शादी 13 साल पूर्व भोजपुर के रहने वाले बिल्ला उर्फ इंसाद से हुई थी. मनमुटाव होने के चलते अजरा बच्चों के साथ ट्रोनिका सिटी थानाक्षेत्र की कुशाल पार्क कालोनी में रहती थी. एक अगस्त 2015 की रात अजरा बेटी उजमा के साथ घर लौट रही थी. रास्ते में बिल्ला उर्फ इंसाद ने पत्नी अजरा की गोली मारकर हत्या कर दी.