गेल की गैस आपूर्ति बंद, पाइप लाइन में कई जगह पर हो रहा था गैस का रिसाव

Update: 2023-01-31 11:00 GMT

मेरठ: किसी पूर्व सूचना के अचानक गेल कंपनी ने शहर में गैस की आपूर्ति बंद कर दी, जिसके बाद लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। लंबे समय से लोग घर पर ही पाइप लाइन से गैस की आपूर्ति प्राप्त कर रहे थे। ऐसे में लोगों ने घरों में गैस सिलेंडर और चूल्हा भी रखना बंद कर दिया था, जिसके बाद सोमवार को अचानक गेल गैस कंपनी ने कुछ स्थानों पर पाइप लाइन से गैस का रिसाव बंद करने के लिए गैस की आपूर्ति बंद कर दी।

यह आपूर्ति सुबह सात बजे से बंद की गई, जो शाम पांच बजे तक बंद रही। इस बीच लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा तथा गेल गैस कंपनी के आॅफिस पर भी लोगों की भीड़ पहुंच गई थी। गेल कंपनी के अधिकारियों ने लोगों को समझाया कि पाइप लाइन में कई जगह गैस का रिसाव हो रहा था, जिसके चलते उसकी मरम्मत की जा रही थी और पाइप लाइन में आये फाल्ट को दूर किया जा रहा है, जिसके चलते ही गैस की आपूर्ति बंद की गई है।

लोगों का कहना था कि इसकी कोई सूचना पूर्व में उपभोक्ताओं को नहीं दी गई, ताकि इस दौरान लोग कोई वैकल्पिक व्यवस्था कर सकते थे। अचानक गैस आपूर्ति बंद की गई, जिसके चलते तमाम सुविधाओं का सामना करना पड़ा। इसी वजह से लोगों में आक्रोश था। जब गैस आपूर्ति लोगों के घरों पर नहीं हुई तो लोगों ने गैस सिलेंडर इधर-उधर से मांग कर और गैस चूल्हे का प्रबंध कर किसी तरह से घर में खाने का प्रबंध किया।

उधर, गेल गैस कंपनी के अधिकारियों ने शाम पांच बजे गैस की आपूर्ति सुचारु रूप से चालू करने का दावा किया है। उनका कहना है कि गैस की पाइप लाइन कई स्थानों से लीकेज कर रही थी, जिसके चलते गैस की आपूर्ति को बंद किया गया था। अब किसी तरह की असुविधा का सामना उपभोक्ताओं को नहीं करना पड़ेगा।

गैस सिलेंडरों में घटतौली से उपभोक्ता परेशान

बाट-माप-तोल और आपूर्ति विभाग की तरफ से लाख छापेमारी के दावे किये जाएं, लेकिन सिलेंडरों में घटतौली की शिकायतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक सिलेंडर से तीन से चार किलो गैस निकाली जा रही है। उसकी जगह पानी भर दिया जा रहा है।

शहर के गैस सप्लायरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। आंखों से काजल चुराने की तर्ज पर लोगों की जेब से 1050 रुपये निकाले जा रहे है लेकिन उनको 14.50 किलो गैस नहीं मिल रही है। आपूर्ति विभाग ने पिछले दिनों घटतौली के खिलाफ अभियान चलाया था और मुकदमे तक दर्ज करवाये थे, लेकिन इससे सिलेंडर सप्लाई करने वालों की सेहत पर फर्क नहीं पड़ा है।

सूरजकुंड पर सिलेंडर सप्लाई करने वाले जतिन की लड़ाई उपभोक्ता से इस कारण हुई क्योंकि उसने घर जाकर जब सिलेंडर का वजन किया तो 11.50 किलो का निकला। यह एक बानगी भर है। इस तरह की शिकायतें आम होती जा रही है। हर दूसरे सिलेंडर में गैस कम निकल रही है। अगर मामला गंभीर रुप ले लेता है तो उपभोक्ता को सिलेंडर बदल कर दे दिया जाता है नहीं तो उपभोक्ता तो नुकसान उठाना पड़ता है।

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