वाराणसी न्यूज़: पर्यावरण नियमों के विरुद्ध गंगा किनारे टेंट सिटी निर्माण के आरोपों की जांच के लिए एनजीटी ने सात सदस्यीय समिति का गठन किया है. एनजीटी ने समिति को एक सप्ताह में स्थलीय जांच करके दो महीने में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 26 मई को होगी.
याचिकाकर्ता तुषार गोस्वामी ने अधिवक्ता सौरभ तिवारी के माध्यम से एनजीटी में याचिका दायर की है. वीडियो कांफ्रेंसिंग से अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने शुक्रवार को बहस की थी. एनजीटी चेयरमैन न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ के सामने सुनवाई हुई. इसके अन्य सदस्य न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल व पर्यावरण विशेषज्ञ सदस्य डा. ए सेंथिल वेल थे. एनजीटी का अंतरिम आदेश अपलोड किया गया. अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने बताया कि समिति को टेंट सिटी की वैधानिकता के साथ-साथ कछुआ सेंक्चुअरी पर पड़ने वाले असर को भी जांचने का आदेश मिला है.
सात सदस्यीय कमेटी
सात सदस्यीय कमेटी में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (भारत सरकार), केन्द्रीय प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड, मुख्य वनसंरक्षक उत्तर प्रदेश, सिंचाई विभाग (उत्तर प्रदेश सरकार), उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और वाराणसी के डीएम हैं